नकली पुलिस का ऐसा कारनामा , कपल को बनाया निशाना , पकड़े गए बदमाशों में दो हिस्ट्रीशीटर

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गोरखपुर: गोरखपुर के एम्स थाना क्षेत्र के कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माई मंदिर में दर्शन करने के बाद विनोद वन जाने वाले जोड़ों पर बदमाशों की नजर रहती थी। उनकी रेकी करते बदमाश पीछे-पीछे पहुंच जाते। फिर खुद को पुलिस वाला बताकर मारपीट करने के साथ ही बदसलूकी करते हुए उसका वीडियो भी बना लेते थे। इसी वीडियो के आधार पर वसूली की जाती थी। शुक्रवार को कुशीनगर के युवक-युवती को ब्लैकमेल कर लूटपाट करने वालों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर आरोपियों ने हमला बोल दिया था। पुलिस ने साहस दिखाते हुए दो अन्य आरोपियों समेत चार बदमाशों को दबोच लिया था। पकड़े गए बदमाशों में दो हिस्ट्रीशीटर निकले।
कुसम्ही इलाके में चर्चा है कि जेल भेजा गया डायना उर्फ दयाशंकर उर्फ देवेंद्र निषाद जिनके साथ बदसलूकी करता था, उनका जिक्र डॉयरी में करता था। उसके साथी मोबाइल से वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे। बताया जाता है कि इस गैंग ने बीते 10 साल के भीतर दो सौ से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है। इनको कुछ स्थानीय नेताओं का संरक्षण है।
बीते बुधवार को कुशीनगर, हाटा क्षेत्र निवासी एक युवक अपनी महिला रिश्तेदार संग दोपहर में विनोद वन घूमने गया। तभी बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनको पुलिसकर्मी बनकर जेल भेजने की धमकी दी। इससे बचने के लिए 50 हजार रुपये मांगे। पांच हजार नकद लेने के बाद यूपीआई के माध्यम से भी 4500 रुपये का ट्रांजेक्शन कराया। इस मामले में पुलिस ने रामगढ़ उर्फ रजहीं डायना उर्फ दयाशंकर, कुसम्हीं बाजार के अभिषेक राजभर, पिपराइच के रमवापुर निवासी राजवीर निषाद और सक्षम और साहिल को गिरफ्तार करके जेल भिजवाया है। इस मामले में एक अन्य आरोपी देवरिया कोतवाली के वार्ड नंबर 19 का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर रजनीश तिवारी गुरुवार को जेल भेजा गया था।
शनिवार को कुसम्हीं क्षेत्र में खूब रही। लोगों का कहना है कुछ स्थानीय नेताओं के संरक्षण में ये बदमाश आए दिन वारदातों को अंजाम देते थे। जंगल में की गई करतूत को डायना अपनी डॉयरी में दर्ज करता था। पुलिस उस डायरी तलाश कर रही है।