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सर्दियों में बढ़ गई है पेट दर्द, अपच-गैस की दिक्कत? जानिए क्या है इसका कारण और कैसे करें बचाव

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नई दिल्ली : ठंड के दिनों में कई लोगों में पेट की तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसा होने के लिए कई कारणों को जिम्मेदार माना जाता है, हालांकि अच्छी बात ये भी है कि कुछ सरल उपायों को अपनाकर आप अपने लक्षणों को कम कर सकते हैं।

सर्दियों का ये मौसम आपकी सेहत के लिए कई प्रकार की चुनौतियां बढ़ाने वाला हो सकता है। कम होते तापमान के कारण जोड़ों-हड्डियों में दर्द बढ़ने के साथ हृदय रोग, श्वसन समस्याओं का भी जोखिम अधिक हो जाता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को इस मौसम में अपनी सेहत को विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह देते हैं।

ठंड के दिनों में पाचन समस्याएं भी काफी आम हो जाती हैं। अगर आपको सर्दी में पेट दर्द या कब्ज-अपच की दिक्कत हो रही है तो यकीन मानिए आप अकेले नहीं हैं। ठंड के मौसम में कई लोगों को पेट में तकलीफ हो सकती है। ऐसा होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, हालांकि अच्छी बात ये भी है कि कुछ सरल उपायों को अपनाकर आप अपने लक्षणों को कम भी कर सकते हैं।

डॉक्टर कहते हैं, वैसे तो पाचन की समस्याएं काफी आम हैं और घरेलू उपायों से इसमें लाभ भी पाया जा सकता है। हालांकि अगर आपको लंबे समय से ये दिक्कत बनी हुई है और सामान्य उपायों-दवाओं से इसमें आराम नहीं मिल रहा है तो इसका समय रहते निदान जरूर करा लें। कुछ स्थितियों में ये गंभीर अंतर्निहित बीमारियों का भी संकेत हो सकता है।

सर्दियों में पेट की दिक्कत क्यों बढ़ जाती है?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, ठंड के महीनों में पेट दर्द और पाचन से संबंधित समस्याओं में वृद्धि हो सकती है। जैसे-जैसे तापमान गिरता है, हमारे शरीर के रक्षा तंत्र हमें ठंड से बचाने के लिए सक्रिय हो जाते हैं। इसके कारण आमतौर पर रक्त वाहिकाओं मेंई संकुचन और पाचन तंत्र के भीतर आंतरिक दबाव बढ़ने लगता है। यह बढ़ा हुआ दबाव पेट में ऐंठन और दर्द का कारण बन सकता है।

इसके अलावा लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण भी आपको पाचन तंत्र की दिक्कतें अधिक हो सकती हैं।

लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी

अमर उजाला से बातचीत में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ अमित नारंग बताते हैं, सर्दियों में पाचन खराब होने और पेट से संबंधित दिक्कत बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। सर्दियों के दौरान हम में से अधिकतर लोगों की शारीरिक रूप से सक्रियता जैसे चलने-व्यायाम में कमी आ जाती है। ज्यादातर समय बैठे रहने या रजाई में सोते रहने के कारण आंत की गतिशीलता कम हो जाती है जिससे गैस्ट्रोपेरेसिस का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण मतली-उल्टी, पेट फूलने, पेट दर्द जैसी दिक्कतें होती हैं।

इसके अलावा सर्दियों में कम पानी पीने, मसालेदार-तली भुनी चीजें अधिक खाने का भी पाचन पर नकारात्मक असर हो सकता है।

इन दिक्कतों से कैसे आराम पाएं?

डॉक्टर बताते हैं, सर्दियों में पेट की दिक्कतों को कम करने में कुछ आसान से उपाय मददगार हो सकते हैं।
इसके लिए एक साथ खाना खाने के बजाय, कई बार में थोड़ा-थोड़ा भोजन करें।
मसालेदार भोजन हार्टबर्न और पेट दर्द का कारण बन सकते हैं, इस तरह के गड़बड़ खान-पान से बचें।
ठंड के दिनों में शरीर को गर्म रखने के लिए उपाय करें। सुनिश्चित करें कि आप गर्म कपड़े पहनें और शरीर को ढक कर रखें।
सर्दियों में भी शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है। दिनभर में 3-4 लीटर पानी जरूर पीने का लक्ष्य रखें।
कैमोमाइल टी, अदरक, सौंफ आदि के सेवन से पेट की दिक्कतों के कम किया जा सकता है।
इन आसान से उपायों की मदद से पेट की समस्याओं को कम करने या बचाव में मदद मिल सकती है।

इन बातों का भी रखें ध्यान

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, पेट की समस्याओं में अगर सामान्य घरेलू उपायों को अपनाने के बाद भी आराम नहीं मिलता है और आपकी जटिलताएं बढ़ती जाती हैं तो समय रहते किसी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। लिवर-आंत और पेट के अन्य अंगों से संबंधित दिक्कतें कई बार इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और पाचन की गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती हैं, जिसका समय पर निदान और उपचार कराना जरूरी हो जाता है।