नई दिल्ली: गर्मियों के मौसम में जामुन की भरमार होती है. खासतौर पर उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और की अन्य राज्यों में यह सीजनल फल लगभग हर जगह दिख जाता है. खट्टा-मीटा स्वाद और नमक के साथ इसका मिश्रण इसे बहुत ही जायकेदार बना देता है. लेकिन क्या आपको पता है कि इस सीजनल फल का सेवन करने से आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं? तो चलिए आपको बताते हैं.
हर 100 ग्राम में मिलते हैं इतने पोषक तत्व:
कैलोरी: 62
फाइबर: 1.5 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट: 15.5 ग्राम
विटामिन सी: 18 मिलीग्राम
पोटैशियम: 55 मिलीग्राम
आयरन: 1.41 मिलीग्राम
सूजन से लड़ने में करता है मदद:जामुन में विटामिन सी, आयरन और एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन मेल होता है, जो इस फल को इसका जाना पहचाना बैंगनी रंग देते हैं. जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं.
पाचन क्रिया को बनाता मजबूत:गर्मी के मौसम में बहुत से लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं, जिससे निजात पाने के लिए आप जामुन का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस फल में डाइट्री फाइबर होता है, जो पाचन में सहायता करता है और कब्ज में राहत दिलाता है. एक शोध के अनुसार, जामुन में मिलने वाले टैनिन और फ्लेवोनोइड सूजन को कम करते हैं और लाभकारी बैक्टीरिया का समर्थन करके आंतों को स्वस्थ बनाते हैं.
शुगर को नियंत्रित करने में करता है मदद:जामुन डाइबिटीज के मरीजों के लिए वरदान है. इस फल में जाम्बोलिन और जाम्बोसीन जैसे यौगिक होते हैं, जो ब्लड शुगर के लेवल को करने में कारगर साबित होते हैं. जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड में प्रकाशित शोध के अनुसार, ये यौगिक स्टार्च को शर्करा में बदलने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं, जिससे जामुन डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कारगर उपचार है.
वजन कम करने में करता है मदद:अगर आप अपना वजन करने के सफर में हैं, तो यह फल इसमें आपकी बहुत मदद करने वाला है. इस फल में बहुत कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होता है, जो हमें लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होने देता है.