नई दिल्ली : शादी के दौरान की गई थोड़ी सी प्लानिंग और सावधानी भविष्य में बेटी के ससुराल में समायोजन को आसान बना सकती है। अगर आपकी बेटी की शादी जनवरी-फरवरी में है, तो इन बातों का ध्यान रखें।
बेटी की शादी हर अभिभावक के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। बेटी के जन्म के बाद से ही माता पिता उसकी शादी के सपने सजाने लगते हैं। एक ओर तो बेटी की शादी की तैयारियों की चिंता तो दूसरी ओर ससुराल में उसकी खुशहाली की फ्रिक के साथ माता-पिता बेटी की विदाई करते हैं।
हालांकि शादी में छोटी सी गलती या लापरवाही से ससुराल में बेटी को समस्या हो सकती है। ऐसे में माता-पिता को बेटी की शादी से पहले कुछ बातों को पहले से ही परख लेना चाहिए। शादी के बाद बेटी को ससुराल में घुल-मिल कर रहने की सीख देने के साथ शादी की तैयारियों की प्लानिंग पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
शादी के दौरान की गई थोड़ी सी प्लानिंग और सावधानी भविष्य में बेटी के ससुराल में समायोजन को आसान बना सकती है। अगर आपकी बेटी की शादी जनवरी-फरवरी में है, तो इन बातों का ध्यान रखें।
बेटी को आत्मनिर्भर बनाएं
बेटी को जरूरी घरेलू कामकाज सिखाएं। उन्हें रसोई में हाथ बंटाना और घर के छोटे-मोटे काम जरूर सिखा दें ताकि ससुराल में समस्या न आए। घरेलू कामकाज के साथ-साथ बेटी को फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिखाएं। उसे आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करें ताकि वह किसी भी परिस्थिति में खुद को संभाल सके। उन्हें बताएं कि घर खर्च कैसे होता है। बिजली के बिल से लेकर घर के लिए राशन की लिस्ट बनाने तक की सीख उन्हें दें ताकि वह समझ सकें कि परिवार संभालने के लिए वित्तीय प्रबंधन कैसे किया जा सकता है।
रिश्तों की समझ दें
बेटी को ससुराल के रिश्तों की अहमियत और सम्मान करना सिखाएं। उसे यह समझाएं कि हर परिवार का एक अलग वातावरण होता है और उसे उस माहौल के अनुसार खुद को ढालना होगा। ससुराल में लोगों की जीवनशैली कैसी हो सकती हैं और उसके अनुरूप बेटी को ढलने के लिए पहले से मानसिक तौर पर तैयार करें।
जरूरी कागजात करवाएं अपडेट
बेटी के आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाते और अन्य दस्तावेज अपडेट करवा लें। विवाह के बाद नाम और पते में बदलाव की प्रक्रिया भी पहले से समझा दें ताकि शादी के बाद बेटी के लिए ये काम आसान हो सकें। शादी के बाद बेटी के घर का पता बदल जाता है। पहले से ही उसे इस बारे में जानकारी दें ताकि शादी के बाद वह अपने आधार कार्ड को अपडेट करा सके। उसे ये पता हो कि अपडेट करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी होगी।
नए परिवार के रीति-रिवाज समझाएं
बेटी को ससुराल के रीति-रिवाज और परंपराओं के बारे में उसे पहले से अवगत कराएं। इससे वह ससुराल में जल्दी घुल-मिल सकेगी। बेटी को सिखा दें कि ससुराल पहुंचते ही क्या-क्या रीति रिवाज उसे अपनाने होंगे।