नई दिल्ली : अजर-अमर-अविनाशी शिव भगवान ने ही सृष्टि की रचना की है. शिव कण-कण में व्याप्त हैं और उनकी आराधना करने वाले भक्त हर संकट से दूर रहते हैं. कहा जाता है कि भोलेनाथ अपने भक्तों की पूजा से जल्दी प्रसन्न होकर वरदान प्रदान करते हैं. सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन कहा जाता है और इस दिन सच्चे मन और विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करने पर भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है. शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान शिव की पूजा में अगर उनके प्रिय फूल को अर्पित किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं. चलिए जानते हैं भगवान शिव के इस प्रिय फूल के बारे में सब कुछ.
भगवान शिव को प्रिय हैं ये फूल
शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान शिव को ब्रह्म कमल फूल बहुत प्रिय है. यह फूल काफी दुर्लभ है और इसे जीवनदायिनी फूल कहा जाता है. कहा जाता है कि भगवान शिव ने ब्रह्म कमल फूल से ही जल छिड़क कर अपने पुत्र और भगवान गणेश को फिर से जीवित कर दिया था. इसलिए इस सुंदर फूल को जीवन देने वाले फूल के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस फूल को खिलते हुए देखता है, उसका सौभाग्य जाग उठता है. सफेद रंग का यह फूल अगर सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा में अर्पित किया जाए तो जातक के परिवार को धन-धान्य और सौभाग्य का वरदान मिलता है.
ज्योतिषी कहते हैं कि हालांकि यह फूल काफी दुर्लभ है और इसे खोजना काफी मुश्किल होता है. लेकिन, अगर यह मिल जाए तो इसे घर में लगाना काफी शुभ होता है. कहा जाता है कि जिस घर में ब्रह्म कमल का पौधा लगाया जाता है, उस घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है. ऐसे घर में हमेशा सुख शांति और समृद्धता बनी रहती है. शास्त्रों में कहा गया है कि इस फूल की पंखुड़ियों से अमृत की बूंदें टपकती हैं. धार्मिक महत्व के साथ-साथ ब्रह्म कमल फूल के कई सेहत संबंधी फायदे भी हैं. इसे खून साफ करने वाला फूल भी कहा जाता है. अगर किसी को सांप ने काट लिया है तो इस फूल की मदद से व्यक्ति की मदद हो सकती है. इसके साथ-साथ यह फूल एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर है और दिल संबंधित बीमारियों में भी फायदा करता है.