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क्या सैमसंग से आगे निकल गया एपल? टेक्नोलॉजी की जंग में कौन किससे आगे? जानिए 5 अहम बातें

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नई दिल्ली : एपल और सैमसंग दोनों ही कंपनियां अपने-अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और खास फीचर्स के साथ ग्राहकों को आकर्षित करती हैं। हालांकि, कुछ ऐसे पहलु भी हैं जहां एपल का दबदबा है, वहीं सैमसंग भी कई मामलों में आगे दिखाई देती है।

एपल और सैमसंग के स्मार्टफोन के बीच हमेशा से एक कड़ी प्रतिस्पर्धा रही है। दोनों ही कंपनियां अपने-अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और खास फीचर्स के साथ ग्राहकों को आकर्षित करती हैं। हालांकि, कुछ ऐसे पहलु भी हैं जहां एपल का दबदबा है, वहीं सैमसंग भी कई मामलों में आगे दिखाई देती है। आज हम उन बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जहां सैमसंग एपल से कहीं आगे निकल चुका है।

  1. डिस्प्ले तकनीक
    डिस्प्ले तकनीक के मामले में सैमसंग का कोई मुकाबला नहीं है। सैमसंग ने OLED डिस्प्ले में जबरदस्त सुधार किए हैं और यह इतना बेहतर है कि एपल भी अपने आईफोन्स के लिए सैमसंग से OLED पैनल्स खरीदती है। रेजॉल्यूशन और ब्राइटनेस के मामले में सैमसंग का प्रदर्शन आईफोन से कहीं आगे है, जिससे यह साबित होता है कि सैमसंग का डिस्प्ले तकनीक एपल के मुकाबले बेहतर है।
  2. कस्टमाइजेशन
    जहां एपल के iOS में कस्टमाइजेशन के बहुत सीमित विकल्प होते हैं, वहीं सैमसंग के स्मार्टफोन में यूजर्स को कस्टमाइजेशन के ढेर सारे ऑप्शन्स मिलते हैं। आप आइकन से लेकर ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले तक को अपनी इच्छानुसार कस्टमाइज कर सकते हैं। सैमसंग फोन में थर्ड-पार्टी लॉन्चर्स और साइडलोड ऐप्स की अनुमति होती है, जबकि एपल में ऐसी कोई छूट नहीं है, जो उपयोगकर्ताओं को अपनी पसंद के अनुसार ऑपरेटिंग सिस्टम को कस्टमाइज करने का मौका देती है।
  3. हार्डवेयर और इनोवेशन
    हार्डवेयर के मामले में सैमसंग हमेशा से नए प्रयोगों के मामले में आगे रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कंपनी के फोल्डेबल स्मार्टफोन। सैमसंग ने फोल्डेबल डिस्प्ले और इनोवेटिव डिजाइन के साथ स्मार्टफोन बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की है, जबकि एपल ने अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ाया है। सैमसंग की यह रणनीति नए ग्राहकों को आकर्षित करने और मार्केट में अलग पहचान बनाने में सफल रही है।
  4. बैटरी और चार्जिंग
    बैटरी और चार्जिंग के क्षेत्र में भी सैमसंग ने एपल को पछाड़ा है। सैमसंग के गैलेक्सी S24 अल्ट्रा में 5000 mAh की बैटरी दी गई है, जबकि एपल के आईफोन 16 प्रो में यह क्षमता 4685 mAh की है। इसके अलावा, सैमसंग के फ्लैगशिप मॉडल में 45W का फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है, जबकि एपल में यह क्षमता केवल 25W की है। इस तरह, बैटरी और चार्जिंग स्पीड के मामले में सैमसंग काफी आगे है।
  5. बिना लॉक-इन वाला इकोसिस्टम
    सैमसंग ने भी अपने इकोसिस्टम को विकसित किया है, लेकिन एपल की तरह इसमें कोई भी बंदिश नहीं है। सैमसंग के स्मार्टवॉच और अन्य डिवाइस को दूसरी कंपनी के एंड्रॉयड फोन के साथ पेयर किया जा सकता है। इसके अलावा, सैमसंग के बड्स को आईफोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है। वहीं, एपल के प्रोडक्ट्स में इस तरह की लचीलापन नहीं मिलता। एपल का इकोसिस्टम लॉक-इन होता है, जहां यूजर्स को केवल एपल के डिवाइस के साथ काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।