नई दिल्ली:– आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु अपने गुरुओं का आशीर्वाद लेते हैं। यह दिन महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में मनाते हैं। इसलिए गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई 2025 को है। मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ कार्यों को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। हिंदू धर्म में दान को श्रेष्ठ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ चीजों का दान करने से धन-धान्य बढ़ता है और जीवन में खुशहाली आती है। जानें गुरु पूर्णिमा पर किन चीजों का दान करना चाहिए।
पीले वस्त्रों का दान: गुरु पूर्णिमा के दिन पीला रंग अत्यंत शुभ माना गया है। यह रंग पवित्रता व समर्पण का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन पीले रंग के वस्त्र जैसे धोती, कुर्ता आदि का दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
धार्मिक ग्रंथ या पुस्तकें दान दें: गुरु पूर्णिमा के दिन धार्मिक ग्रंथ जैसे रामायण, भगवद्गीता या ध्यान साधना की पुस्तकें दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में उन्नति प्राप्त होती है।
फलों का दान: गुरु पूर्णिमा के दिन फूलों का दान अत्यंत शुभ माना गया है। इसके अलावा इस दिन अन्न व मिठाई आदि का भी दान किया जा सकता है। मान्यता है कि ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
चांदी का दान: गुरु पूर्णिमा के दिन चांदी या ताम्र पात्र का दान अत्यंत शुभ माना गया है। चांदी का संबंध चंद्रमा से है। मान्यता है इस दिन चांदी का दान करने से आयु में वृद्धि व सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
दक्षिणा के रूप में दान: गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु को अपनी सामर्थ्यनुसार दक्षिणा के रूप में धन, वस्त्र, अन्न या सोने-चांदी का दान करना चाहिए। अगर ऐसा करना संभव न हो तो एक लोटा जल, कुछ फूल और प्रणाम भी सबसे श्रेष्ठ दान माने गए हैं।