नई दिल्ली : स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी माता-पिता को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके बच्चे का वजन न तो बहुत ज्यादा बढ़ने पाए और न ही कम रहे। जितना खतरनाक वजन बढ़ना है, उतना ही नुकसानदायक है उम्र के हिसाब से वजन न बढ़ पाना। आइए जानते हैं कि इसके लिए कौन से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं और इसमें किस प्रकार से सुधार किया जा सकता है?
वजन बढ़ना या कम होना दोनों ही सेहत के लिए ठीक नहीं है। सभी उम्र के लोगों को अपने उम्र और लंबाई के हिसाब को वजन को कंट्रोल में रखने की सलाह दी जाती है। बच्चों के लिए ये और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। बच्चों का वजन और लंबाई उम्र के हिसाब से न बढ़ना एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन यदि यह लगातार बनी हुई है तो इसके पीछे पोषण की कमी, चिकित्सकीय समस्या या अन्य कारण हो सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी माता-पिता को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके बच्चे का वजन न तो बहुत ज्यादा बढ़ने पाए और न ही कम रहे। बच्चों में बढ़ते वजन की समस्या को लेकर कई अध्ययनों में चिंता जताई जाती रही है। जितना खतरनाक वजन बढ़ना है, उतना ही नुकसानदायक है उम्र के हिसाब से वजन न बढ़ पाना।
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आइए जानते हैं कि इसके लिए कौन से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं और इसमें किस प्रकार से सुधार किया जा सकता है?
बच्चों का वजन कम होने का खतरा
बच्चों का वजन कम होने के कई कारण हो सकते हैं। यदि बच्चा समय से पहले पैदा हुआ हो गया हो या गर्भावस्था के दौरान आपको कोई समस्या हो तो इसके कारण वजन पर असर देखा जा सकता है। वेट मैनेजमेंट में आहार की भी भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। यदि बच्चे को पर्याप्त कैलोरी नहीं मिल रही है या वह स्वस्थ-पौष्टिक आहार नहीं ले रहा है तो इसके कारण भी वजन सामान्य से कम हो सकती है।
इसके अलावा कुछ प्रकार की अंतर्निहित चिकित्सा समस्याएं जैसे अग्नाशय की बीमारी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकार, थायरॉयड और मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याएं, हृदय या किडनी की बीमारी के कारण भी वजन से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
आहार से संबंधित समस्याएं
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जब बच्चे दूध से भोजन पर आते हैं तो उनमें कब्ज की दिक्कत बढ़ने लगती है। इससे उनके शरीर पर भोजन असर नहीं करता। शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी होने लगती है। ये तत्व बढ़ती उम्र के लिए मल्टी विटामिन हैं जो वजन और लंबाई बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
कई बार बच्चों को उचित आहार नहीं मिल पाता है। इससे भी इन तत्वों की कमी हो जाती है। कुछ बच्चों में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण भी ऐसा होता है, इसलिए इनकी जांच करा लेनी चाहिए।
क्या कहती हैं विशेषज्ञ?
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया जादौन बताती हैं, बच्चों का वजन कम होना सामान्य तौर पर पोषण की कमी के कारण होता है। इसके लिए बच्चे को उचित पोषण मिलना जरूरी है। बच्चे की नियमित जांच कराते रहें और समस्या की अनदेखी न करें।
डॉक्टर कहती हैं, अगर बच्चे का वजन अचानक कम हो रहा है तो यह हाइपोथायरॉइडिज्म का कारण हो सकता है। यह तब होता है, जब थायरॉइड ग्रंथि अचानक सक्रिय हो जाती है और अत्यधिक हार्मोन का उत्पादन करती है। इससे मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है, जिससे बच्चा पतला हो सकता है। इसके चलते बच्चों को अत्यधिक भूख लगती है, लेकिन वजन पर असर नहीं पड़ता है।
कैसे बढ़ाएं वजन
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी माता-पिता सुनिश्चित करें बच्चों का पोषण ठीक रहे। आहार में हरी सब्जियों-फलों की मात्रा रखें। काजू, बादाम-अखरोट जैसे नट्स को आहार का हिस्सा जरूर बनाएं। खान-पान को ठीक रखने के साथ बच्चों की शारीरिक गतिविधियों पर भी ध्यान दें। नियमित व्यायाम और बाहरी खेलकूद के माध्यम से वजन को कंट्रोल रखना आसान होता है।