नई दिल्ली : अगर आप भी पीएम किसान योजना से जुड़े हैं तो आपको पता होना चाहिए कि जालसाज आपको ठग सकते हैं। इसलिए आपको इनसे बचकर रहने की जरूरत है।
भारत सरकार किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाती है। इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को हर साल 6 हजार रुपये दिए जाते हैं और इस पैसे को 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है। अब तक इस योजना से जुड़े किसानों को 18 किस्त का लाभ मिल चुका है और अब अगली बारी 19वीं किस्त की है।
अगर आप भी इस योजना से जुड़े हैं तो आपको इस किस्त का लाभ मिल सकता है, लेकिन इन सबके बीच योजना से जुड़े किसानों को एक बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि उनकी एक गलती की वजह से उनका बैंक खाता खाली हो सकता है। जालसाज किसानों को ठगने के कई नए तरीके खोजते हैं इसलिए आपको इनसे सावधान रहने की जरूरत है। तो चलिए जानते हैं किसानों को किस मैसेज से बचकर रहना है और किस पर क्लिक नहीं करना है। अगली स्लाइड्स में आप इस बारे में जान सकते हैं…
इस मैसेज से सावधान
दरअसल, हैदराबाद से एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें एक 53 वर्षीय व्यक्ति को ठगने का मामला सामने आया है। यहां पर पीएम किसान योजना का दावा करने वाले एक व्हाट्सएप लिंक के जरिए व्यक्ति को ठगा गया जिसमें 1.9 लाख रुपये व्यक्ति के बैंक खाते से निकाल लिए गए।
ऐसे में ये समझना जरूरी है कि साइबर फ्रॉड किसानों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसके लिए वे पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भेजते हैं जिसमें उन्हें ई-केवाईसी या किस्त का लाभ लेने के लिए एक लिंक दिया जाता है। इसके बाद इस मैसेज पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, लेकिन आप जैसे ही ऐसा करते हैं तो आपका बैंक खाता खाली हो जाता है। इसलिए ऐसी गलती बिलकुल न करें।
इन बातों का रखें ध्यान:-
अगर आपको फ्रॉड से बचना है तो इसके लिए आपको सबसे पहले किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक करने से बचना है
किसी भी तरह का कोई मैसेज आए जिसमें ई-केवाईसी करने, किस्त का लाभ लेने आदि के लिए क्लिक करने को कहा जाए, तो ऐसे मैसेज या किसी लिंक पर कभी क्लिक न करें
अगर आपको पीएम किसान योजना के बारे में या किस्त के बारे में जानना है तो आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट Pmkisan.gov.in पर जा सकते हैं या फिर आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 155261 / 011-24300606 पर कॉल कर सकते हैं। यहां से आपको जानकारी दी जाती है और आपकी उचित मदद भी की जाती है।