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आहार में इस बदलाव से 15% तक कम हो सकता है घातक कैंसर का खतरा, सालाना 9 लाख लोगों की हो रही मौत

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नई दिल्ली : स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को युवावस्था से ही कैंसर के खतरे से बचे रहने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह देते हैं। आंकड़े बताते हैं कि दुनियाभर में कोलन कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है जोकि चिंताजनक है। इससे कैसे बचाव किया जा सकता है?

कैंसर दुनियाभर में तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, इसे मृत्यु के प्रमुख कारणों के रूप में भी जाना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, कैंसर हमारे शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है, इतना ही नहीं कम उम्र के लोगों को भी इसका शिकार पाया जा रहा है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को युवावस्था से ही कैंसर के खतरे से बचे रहने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की सलाह देते हैं। आंकड़े बताते हैं कि दुनियाभर में कोलन कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है जोकि चिंताजनक है।

कोलन कैंसर, कोलन या बड़ी आंत के किसी भी हिस्से में हो सकता है। इसे कोलोरेक्टल कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। हर साल इस कैंसर के कारण दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, समय पर कैंसर का पता न चलने के कारण मृत्युदर अधिक देखी जाती रही है।

सावधान, आप भी इस कैंसर का शिकार हो सकते हैं। इससे बचे रहने के लिए खान-पान और दिनचर्या में कुछ सुधार बहुत आवश्यक हैं। आइए इस बारे में जानते हैं।

युवाओं में बढ़ रहा है कोलन कैंसर का खतरा

मेडिकल रिपोर्ट्स से पता चलता है कि युवा वयस्कों में कोलन कैंसर के मामले खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं। इस कैंसर से बचाव कैसे किया जा सकता है, इसको लेकर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि आहार में कुछ प्रकार के बदलाव आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं, विशेषरूप से फाइबर वाली चीजों का अधिक सेवन करना।

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, कोलन कैंसर के लगभग 20 प्रतिशत मामले 54 वर्ष और उससे कम उम्र के लोगों में होते हैं। ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के शोध से पता चलता है कि खान-पान की अच्छी आदतें कोलन कैंसर सहित पेट के अन्य कैंसर के जोखिमों को काफी कम कर सकती हैं। डाइट में फाइबर और हेल्दी अनसेचुरेटेड फैट से भरपूर आहार कोलन कैंसर के जोखिम को 15 प्रतिशत कम कर सकते हैं।

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

साल 2022 में कोलोरेक्टल कैंसर के कारण नौ लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई, जिससे यह दुनियाभर में कैंसर से जुड़ी मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन गया। विशेषज्ञों को चिंता है कि 2040 तक मौतों की संख्या बढ़कर 1.6 मिलियन प्रति वर्ष हो सकती है।

फ्लिंडर्स हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के पोषण महामारी विज्ञानी और वरिष्ठ शोधकर्ता योहानेस मेलाकू कहते हैं, हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो इंफ्लामेशन और कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। कोलन कैंसर से खतरे से बचे रहने के लिए स्वस्थ वसा और फाइबर वाली चीजों को आहार में शामिल करना और चीनी-शराब से बचाव करना बहुत महत्वपूर्ण है।

किन चीजों से करें परहेज?

कैंसर के खतरे से बचे रहने के लिए क्या खाना चाहिए, ये जानने से ज्यादा जरूरी है कि किन चीजों से परहेज करें? शोधकर्ताओं ने बताया कि रेड और प्रोसेस्ड मीट, प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें, शर्करा युक्त पेय और शराब की आदत आपमें कोलन कैंसर के खतरे को 14 प्रतिशत तक बढ़ा देते हैं।

हालांकि सकारात्मक पक्ष यह है कि अधिक फल, सब्जियां, डेयरी और साबुत अनाज का सेवन करके इससे काफी हद तक सुरक्षित रहा जा सकता है।

कोलेन कैंसर का निदान

कोलन कैंसर के खतरे को कम करने और समय पर इसके निदान के लिए शोधकर्ताओं ने एक रक्त परीक्षण के बारे में बताया जिससे निदान में आसानी हो सकती है।न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित इस अध्ययन के परिणाम में बताया गया है कि खास प्रकार के रक्त परीक्षण से ट्यूमर से रक्त प्रवाह में रिलीज किए गए डीएनए का पता लगा सकता है। अब तक 7,800 से अधिक लोगों के परीक्षण में इस नए टेस्ट को 87% सटीक पया गया है।