25 दिसंबर को है अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, पढ़े उनके अनमोल विचार

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नई दिल्ली : अटल बिहारी के ओजस्वी भाषण से ही प्रेरणादायक विचार मिलते हैं जो लोगों को सही मार्ग दिखा सकते हैं। जयंती के मौके पर पढ़िए अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचारों के बारे में।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को मनाई जाती है। इस दिन को हर साल भारत में सुशासन दिवस के तौर पर मनाया जाता है। अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति का एक ऐसा नाम हैं, जिन की प्रशंसा विपक्षी दल भी करते हैं।

वह तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। अटल बिहारी एक राजनेता के साथ ही पत्रकार और लेखक भी थे। अपनी लेखनी को उन्होंने राजनीतिक भाषण में शामिल किया। अपने दमदार और ओजस्वी भाषण से वह हर किसी को प्रभावित कर देते थे। कहा जाता है कि जब वह जनसभा में भाषण देने के लिए मंच पर आते थे तो लोग उनकी बातों में पूरी तरह से मग्न हो जाया करते थे। उनके ओजस्वी भाषण से ही प्रेरणादायक विचार मिलते हैं जो लोगों को सही मार्ग दिखा सकते हैं। जयंती के मौके पर पढ़िए अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचारों के बारे में।

मनुष्य को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़े, एक स्वप्न टूटे तो दूसरा गढ़े।

अटल बिहारी वाजपेयी

छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।

अटल बिहारी वाजपेयी

हम अहिंसा में आस्था रखते हैं और चाहते हैं कि
विश्व के संघर्षों का समाधान शांति और समझौते के मार्ग से हो।

अटल बिहारी वाजपेयी

अगर परमात्मा भी आ जाए और कहे कि छुआछूत मानो
तो मैं ऐसे परमात्मा को भी मानने को तैयार नहीं हूं
किंतु परमात्मा ऐसा कह ही नहीं सकता।

अटल बिहारी वाजपेयी

मनुष्य जीवन अनमोल निधि है
पुण्य का प्रसाद है।
हम केवल अपने लिए न जिएं
औरों के लिए भी जिएं।
जीवन जीना एक कला है
एक विज्ञान है।
दोनों का समन्वय आवश्यक है।

अटल बिहारी वाजपेयी

मानव और मानव के बीच में जो भेद की दीवार खड़ी है
उनको ढहाना होगा और इसके लिए एक राष्ट्रीय अभियान की आवश्यकता है।

अटल बिहारी वाजपेयी