Headlines

नए साल पर मिलेगा घर का तोहफा, दिसंबर में लॉन्चिंग…सस्ते आवास का सपना होगा पूरा

Spread the love

आगरा : आगरा के ककुआ और भांडई में बन रही टाउनशिप में नए साल पर घर का तोहफा मिलेगा। इसकी लॉन्चिंग दिसंबर में होगी, जिसके बाद पंजीकरण खोले जाएंगे। दुर्बल से लेकर मध्यम और उच्च आय वर्ग के लिए 4087 प्लॉट यहां मिलेंगे।

आगरा की नई टाउनशिप में नए साल पर घर का तोहफा मिलेगा। दुर्बल, मध्यम से लेकर उच्च आय वर्ग के लिए 4,087 प्लॉट होंगे। दिसंबर में टाउनशिप की लॉन्चिंग होगी। इससे पहले रियल एस्टेट रेगूलेटरी अथॉरिटी में टाउनशिप का पंजीकरण होगा। लॉन्चिंग के साथ ही प्लॉट की बुकिंग के लिए पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।

मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत आगरा विकास प्राधिकरण ग्वालियर हाईवे-44 स्थित ककुआ और भांडई में 138 हेक्टेयर भूमि पर नई टाउनशिप बसाने जा रहा है। दो चरणों में विकसित होने वाली इस टाउनशिप पर करीब 1100 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें आवासीय और व्यावसायिक जरूरतों की पूर्ति के लिए भूखंड विकसित होंगे। पहले चरण के लिए एडीए को 70 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। जिसमें 50 हेक्टेयर भूमि मिल चुकी है।

एडीए उपाध्यक्ष एम अरुन्मौली ने बताया कि नए साल में लोगों को टाउनशिप में नए घर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। सभी तैयारियां पूर्ण हो गई हैं। शासन से 242 करोड़ रुपये और मिल गए हैं। टाउनशिप में करीब 20,000 की आबादी रह सकती है।

हरित क्षेत्र से हाईवे फैसिलिटी जोन तक
नई टाउनशिप को यूपी टाउनशिप नीति-2023 के अनुसार विकसित किया जा रहा है। इसमें आवासीय भूखंडों के अलावा सामुदायिक सुविधाएं और व्यावसायिक भूखंड, पार्क, प्ले ग्राउंड, रिक्रिएशनल एरिया, खुले व हरित क्षेत्र, हाईवे फैसिलिटी जोन, यातायात व्यवस्थाएं के लिए भू उपयोग प्रस्तावित है।

इसलिए खास है यह टाउनशिप
ककुआ और भांडई में यह टाउनशिप आगरा-ग्वालियर और आगरा बाईपास एनएच 44 के जंक्शन पर स्थित है। जिसकी दूरी ताजमहल से 14.20 किमी और रेलवे स्टेशन 12 किमी है। एयरपोर्ट से 15 किमी और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से 21 किमी है। टाउनशिप से यमुना एक्सप्रेस-वे 28 किमी दूर है। चारों तरफ बेहतर सड़कों का जाल होने से आसानी से टाउनशिप तक पहुंचा जा सकेगा।

ये भूखंड होंगे उपलब्ध

  • 900 से 1450 वर्ग फीट क्षेत्रफल में ग्रुप हाउसिंग होगी। इनकी संख्या 2335 तक होगी।
  • 301 से 500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के एचआईजी भूखंड होंगे। इनकी संख्या 163 होगी।
  • 90 से 300 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के एमआईजी भूखंड होंगे। इनकी संख्या 892 होगी।
  • 41 से 50 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के एलआईजी भूखंड होंगे। इनकी संख्या 455 होगी।
  • 30 से 40 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के ईडब्ल्यूएस भूखंड होंगे। इनकी संख्या 242 होगी।