नई दिल्ली : श्यामला गोली की उपलब्धि के लिए उपलब्धि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने उनकी प्रशंसा की है। इससे पहले श्यामला ने राम सेतु के पास और श्रीलंका व लक्षद्वीप में समुद्री तैराकी के अद्वितीय रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
श्यामला गोली गारू एक भारतीय महिला तैराक हैं, जिन्होंने 52 साल की उम्र में समुद्र में तैरकर 150 किलोमीटर की दूरी तय कर एक अनूठी उपलब्धि हासिल की है। वे आंध्र प्रदेश की रहने वाली हैं और अपनी इस साहसिक यात्रा के लिए देश भर में चर्चित हो गई हैं। श्यामला ने 52 साल की उम्र में विशाखापट्टनम से काकीनाडा तक की समुद्री दूरी को तैरकर पार किया है। उन्होंने यह असाधारण उपलब्धि महज छह दिनों में पूरी की है। ये उनके दृढ़ संकल्प और साहस का प्रमाण है। इस उपलब्धि के लिए श्यामला की हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रशंसा की है। इससे पहले श्यामला ने राम सेतु के पास और श्रीलंका व लक्षद्वीप में समुद्री तैराकी के अद्वितीय रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
श्यामला गोली का जीवन परिचय
श्यामला गोली का जन्म आंध्र प्रदेश के एक साधारण परिवार में हुआ। बचपन से ही उन्हें तैराकी का शौक था। हालांकि पारिवारिक जिम्मेदारियों और जीवन की व्यस्तताओं के कारण उन्होंने कुछ समय तक तैराकी से दूरी बना ली थी। लेकिन 50 की उम्र के बाद उन्होंने फिर से तैराकी शुरू की और जल्द ही कई रिकॉर्ड बना डाले।
श्यामला की उपलब्धि
श्यामला ने विशाखापट्टनम से काकीनाडा तक बंगाल की खाड़ी में छह दिनों तक लगातार तैरते हुए यह दूरी पूरी की। यह कारनामा उन्होंने 6 दिनों में पूरा किया, जो समुद्री तैराकी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। उनकी यह यात्रा न केवल उनकी शारीरिक क्षमता बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी प्रमाण है। इससे पहले श्यामला ने श्रीलंका और लक्षद्वीप के पास समुद्री तैराकी में भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उन्होंने राम सेतु के पास भी लंबी दूरी की तैराकी कर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।
सम्मान और पुरस्कार
श्यामला की इस उपलब्धि के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने उनकी सराहना की है। उन्हें महिला सशक्तिकरण का प्रतीक मानते हुए विभिन्न मंचों पर सम्मानित किया गया है। श्यामला गोली का जीवन यह दर्शाता है कि उम्र केवल एक संख्या है और अगर मन में कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।