नई दिल्ली : भारतीय ट्रेनों में हर रोज करोड़ों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए भारतीय रेलवे देशभर में हजारों ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इसके अलावा देश के लगभग हर प्रमुख स्थान पर रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं, ताकि यात्रियों को विभिन्न जगहों पर जाने के लिए उनके निकटतम स्थान से ट्रेन आसानी से मिल सके। यही नहीं भारत का एक विशाल नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है। इस कारण देश की कनेक्टिविटी में भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण योगदान है।
यात्रियों को सफर करते समय किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसे देखते हुए भारतीय रेलवे ने कई नियमों को बना रखा है। अक्सर जब हम ट्रेन में सफर करने के लिए रेलवे स्टेशन पर जाते हैं उस दौरान कई ट्रेनों के कोच पर M1 का बोर्ड लगा हुआ देखते हैं।
वहीं क्या आपको इस बारे में पता है कि ट्रेन के कोच पर लगे M1 बोर्ड का क्या मतलब होता है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।
आपको इस बारे में पता होना चाहिए M कोड थर्ड एसी इकोनॉमी के बारे में बताता है। इस कोच में थर्ड एसी जैसी सुविधाएं होती हैं। M कोड वाले कोच का किराया थर्ड एसी की तुलना में कम होता है। इसके अलावा M कोड वाले कोच में कंफर्ट भी थर्ड एसी की तुलना में कम होता है।
रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे के बीच टीटीई नहीं कर सकता टिकट चेक
भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक ट्रेन में रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक टीटीई आपका टिकट चेक नहीं कर सकता है। अगर इस समयावधि के बीच टीटीई आपके टिकट को चेक करता है तो आप उसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सफर के समय यात्रियों की नींद खराब न हो इसे देखते हुए इस नियम को बनाया गया है। वहीं अगर आप ट्रेन में रात 10 बजे के बाद चढ़ रहे हैं तो यह नियम आप पर लागू नहीं होता है।