ये हैं दुनिया की पांच सबसे ठंडी जगहें, घर से बाहर निकलने पर जम सकता है इंसान

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नई दिल्ली : क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसी जगहें जहां पर पारा -90 के करीब चला जाता है। आज हम आपको दुनिया की कुछ ठंडी जगहों के बारे में बताते हैं।

भारत में कड़ाके की ठंड की शुरुआत हो चुकी हैं। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। कुछ दिनों में भारत के कई इलाकों में कपकपाने वाली ठंड शुरू हो जाएगी। भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जबकि पहाड़ी इलाकों में तापमान माइनस तक चला जाता है। इस ठंड में ही लोगों की हालत खराब हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसी जगहें जहां पर पारा -90 के करीब चला जाता है। आज हम आपको दुनिया की कुछ ठंडी जगहों के बारे में बताते हैं।

याकुत्स्क

रूसे में स्थित याकुत्स्क शहर में पारा -67 के नीचे चला जाता है। हालत ऐसी हो जाती है कि यहां सबकुछ जम जाता है। ठंड का ऐसा कहर रहता है कि यहां रातभर कार के इंजन को लोग ऑन रखते हैं। अगर ऑफ हो गया तो गर्मियों में ही कार चल पाएगी। अगर आप यहां पर बाहर कप में पीने के लिए चाय लिए हैं, तो जम जाएगी। यहां पर इतनी ठंड पड़ती है कि अगर लोग घर के बाहर निकलते हैं, तो उनकी आंखों की पलकों तक पर बर्फ जम जाती है।

वोस्तोक स्टेशन

अंटार्कटिका में वोस्तोक रिसर्च स्टेशन को दुनिया का सबसे ठंडी जगह माना जात है। यहां पर तापमान -82 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। रूसी रिसर्च स्टेशन के तौर पर इस जगह का इस्तेमाल होता है। अंटार्टिका में बारिश का मतलब यहां बर्फबारी होना। यहां पर बर्फीली हवाएं चलती हैं, जिसके कारण तापमान इतना नीचे पहुंच जाता है।

ग्रीनलैंड

ग्रीनलैंड भी सबसे ठंडी जगहों में शामिल है। इसका इस्तेमाल ब्रिटिश रिसर्च स्टेशन के लिए होता है। दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में शामिल नॉर्थ आइस में तापमान -66 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। यहां ज्यादातर तापमान बहुत ठंडा रहता है।

फ्रेजर, कोलोराडो

दुनिया के सबसे ठंडे शहरों में शामिल फ्रेजर में तापमान -51 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। यहां पर स्थित स्की रिजॉर्ट बेहद लोकप्रिय है। बर्फ से ढकने के बाद इस शहर की खूबसूरती और बढ़ जाती है।

हार्बिन

चीन में स्थित हार्बिन शहर मेंलाखों लोग रहते हैं। यहां पर भी भीषण ठंड पड़ती है। यहां पर तापमान -56 डिग्री सेल्सियस तक चाला जाता है। कभी-कभी तापमान इससे भी नीचे चला जाता है।