मध्यप्रदेश : सरकारी आंकड़े में भले ही आधिकारिक तौर पर डेंगू पीड़ित व्यक्तियों की संख्या दो सौ है, परंतु शासकीय व प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। अस्पताल में पलंग तक उपलब्ध नहीं हैं। डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
जबलपुर जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। डेंगू का वैरिएंट स्ट्रांग होने के कारण पीड़ित मरीज को रिकवरी में अधिक समय लग रहा है। शासकीय आंकड़ों के अनुसार डेंगू से पीड़ित मरीजों के संख्या दो सौ से पार हो गयी है। वास्तविकता में शासकीय व निजी अस्पताल पीड़ित मरीजों से भरे हुए हैं।
सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार तक डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 197 तक पहुंच गई है। शुक्रवार का आंकड़ा देर रात तक प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि अधिकारिक तौर पर अभी तक एक भी व्यक्ति की डेंगू से मौत नहीं हुई है। डेंगू पीड़ित चार संदिग्ध व्यक्तियों की मौत के संबंध में उनका कहना था कि मैक-एलिसा टेस्ट नहीं हुआ था।
उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में डेंगू का खतरा प्रतिवर्ष रहता है। पिछले बार की तुलना में इस बार मरीजों की प्लेट्स में गिरावट की संख्या कम है। इस वर्ष मरीजों को रिकवरी में अधिक समय पर लगने पर उनका कहना था कि वायरस अपना रूप बदलता है। वैरिएंट समय के साथ खुद को स्ट्रांग कर लेता है। वैरिएंट स्ट्रांग होने के कारण मरीजों को रिकवर करने में अधिक समय लग रहा है।
सरकारी आंकड़े में भले ही आधिकारिक तौर पर डेंगू पीड़ित व्यक्तियों की संख्या दो सौ है, परंतु शासकीय व प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। अस्पताल में पलंग तक उपलब्ध नहीं हैं। डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।