कौन थे सुचिर बालाजी जिन्होंने खोली थी OpenAI की पोल, अब फ्लैट में मिली है लाश
नई दिल्ली : शुरुआत में बालाजी ने अपने काम को एक शोध प्रोजेक्ट के रूप में देखा। उनका मानना था कि GPT-3 कोई चैटबॉट नहीं है, बल्कि कंपनियों और कंप्यूटर प्रोग्रामर्स को अन्य सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बनाने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग किया जा सकता है। 26 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी और OpenAI व्हिसलब्लोअर सुचिर…