नई दिल्ली : इंफोसिस फाउंडेशन के संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति महाकुंभ में संगम स्नान के लिए पहुंची हैं। अपनी सादगी के लिए मशहूर करोड़ों की संपत्ति की मालकिन सुधा मूर्ति एक झोला लिए महाकुंभ में पहुंची।
महाकुंभ 2025 में देश-विदेश के लोग शामिल हो रहे हैं। इसमें आम श्रद्धालुओं के अलावा सेलेब्स, उद्योगपति परिवार के लोग और नेता शामिल हैं। सबसे अमीर और दिग्गज लोग भी महाकुंभ के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इनमें से एक नाम सुधा मूर्ति का है। इंफोसिस फाउंडेशन के संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति महाकुंभ में संगम स्नान के लिए पहुंची हैं। अपनी सादगी के लिए मशहूर करोड़ों की संपत्ति की मालकिन सुधा मूर्ति एक झोला लिए महाकुंभ में पहुंचीं।
कौन हैं सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका हैं। सुधा मूर्ति ने आठ उपन्यास लिखे हैं। वह भारत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर भी हैं। सुधा मूर्ति अपनी सादगी के लिए जाना जाती हैं। महाकुंभ में झोला लेकर पहुंचकर एक बार फिर उन्होंने सरल जीवनशैली का उदाहरण प्रस्तुत किया।
महाकुंभ में सुधा मूर्ति
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में सुधा मूर्ति पहुंची हैं। वह तीन दिन यहां ठहरेंगी। सुधा मूर्ति ने पहले दिन संगम में स्नान किया और महाकुंभ की व्यवस्था को देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। मीडिया से बात करते हुए सुधा मूर्ति ने कहा कि ये उनके लिए बहुत खास अवसर है कि वह प्रयागराज के पवित्र स्थल पर आकर महाकुंभ का हिस्सा बन रही हैं। यह महाकुंभ 144 साल बाद आयोजित हो रहा है और सुधा मूर्ति खुद भी इससे बहुत उत्साहित और खुश हैं। उन्होंने बताया कि वह तीन दिन की मन्नत पूरी करने के लिए महाकुंभ में आई हैं।
सुधा मूर्ति का संकल्प
दरअसल सुधा मूर्ति ने तीन दिन तक संगम में स्नान का संकल्प लिया था, जिसे पूरा करने के लिए वह 20 जनवरी को महाकुंभ पहुंचीं। 20 जनवरी को उन्होंने संगम स्नान किया। उसके बाद 21 जनवरी को दो बार संगम में डुबकी लगाई। 22 जनवरी को वापसी से पहले भी वह संगम में स्नान करेंगी। सुधा मूर्ति 10 साल से संगम स्नान करना चाहती थीं और अब उनका इंतजार खत्म हुआ।
नाना-नानी का अधूरा सपना
सुधा मूर्ति इस लिए भी महाकुंभ में आकर अधिक उत्साहित हैं, क्योंकि उनके नाना-नानी महाकुंभ आना चाहते थे। हालांकि उस दौर में अधिक सुविधाएं न होने के कारण वह संगम स्नान नहीं कर पाए। सुधा मूर्ति अपने नाना-नानी के अधूरे सपने को भी पूरा करने कुंभ में पहुंची हैं।
सुधा मूर्ति की संपत्ति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुधा मूर्ति के पति नारायण मूर्ति लगभग 4.4 बिलियन डॉलर यानी 36,690 करोड़ रुपये के मालिक हैं। वहीं सुधा मूर्ति की कुल संपत्ति लगभग 775 करोड़ रुपये है। उनकी आय का जरिया सुधा मूर्ति की किताबों की रॉयल्टी और अन्य स्रोत हैं। बैंगलुरू के भव्य किंगफिशर टावर में 23वीं मंजिल पर सुधा मूर्ति का 29 करोड़ रुपये का फ्लैट है जिसे उन्होंने लगभग 4 साल पहले खरीदा था। हाल ही में उनके पति नारायण मूर्ति ने भी इसी बिल्डिंग में 16वीं मंजिल पर चार बेडरूम का लग्जीरियस फ्लैट खरीदा, जिसकी कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये बताई गई है।