नई दिल्ली : एथोस सैलोमे को द लिविंग नास्त्रेदमस के नाम से जाना जाता है। उनकी कई भविष्यवाणियां सच साबित हो चुकी हैं। एथोस सैलोमे की कोरोना वायरस, रूस-यूक्रेन युद्ध और क्वीन एलिजाबेथ की मौत की भविष्यवाणी सच साबित हो चुकी है।
कई भविष्यकता हुए हैं, जिनकी भविष्यवाणियों पर पूरी दुनिया यकीन करती है। इन भविष्यकताओं में फ्रांस के भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस और बुल्गारिया की बाबा वेंगा का नाम मुख्य तौर पर लिया जाता है। इन दोनों भविष्यकताओं की ज्यादातर भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं। वर्तमान समय में ब्राजील के भविष्यवक्ता एथोस सैलोमे की तुलना भी नास्त्रेदमस की जाती है।
एथोस सैलोमे को द लिविंग नास्त्रेदमस के नाम से जाना जाता है। उनकी कई भविष्यवाणियां सच साबित हो चुकी हैं। एथोस सैलोमे की कोरोना वायरस, रूस-यूक्रेन युद्ध और क्वीन एलिजाबेथ की मौत की भविष्यवाणी सच साबित हो चुकी है। इसके कारण ही इनकी तुलना 16वीं शताब्दी के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस से की जाती है। अब उन्होंने साल 2025 के लिए कई डरावनी भविष्यवाणियां की हैं। आइए उनकी 2025 की भविष्यवाणियों पर नजर डालते हैं।
बनाए जाएंगे ऐसे मानव
जिंदा नास्त्रेदमस ने कहा है कि अब समय आ चुका है जब मानवता नई दिशा में बढ़ेगी। उनका कहना है कि जेनेटिकली मॉडिफाइड इंसान बनाए जाएंगे। इस बदलाव से एशिया में बायोटेक्नोलॉजी में तेज प्रगति दिखेगी। इससे मानवता के लिए नैतिक और सामाजिक सवाल उठ सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होगा कब्जा
एथोस सैलोमे के मुताबिक, 2025 में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस चरम पर होगा और वह पूरी स्वायत्तता हासिल कर लेगा। उनका कहना है कि ऐसे क्षेत्र में भी एआई फैसले लेने में सक्षम हो जाएगा, जो मानव के कंट्रोल में थे। अब सवाल है कि क्या इंसान एआई पर काबू कर पाएगा?
एलियन पर होगी बड़ी घोषणा
सैलोमे ने दावा किया है कि 2025 में एलियन के अस्तित्व के बारे में आधिकारिक घोषणाएं होंगी। यह पृथ्वी पर एलियन जीवन के संकेत, मंगल ग्रह पर सूक्ष्मजीवों के होने के सबूत या अन्य सभ्यताओं के अस्तित्व का खुलासा किया जा सकता है।
हो सकता है ऊर्जा संकट
उन्होंने भविष्यवाणी की है कि साल 2025 तक एक वैश्विक ऊर्जा संकट पैदा हो सकता है। इसका इस्तेमाल बड़े देश अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए करेंगे। इस ऊर्जा संकट का सबसे अधिक असर विकासशील देशों पर पड़ेगा।
बेहद डराने वाली भविष्यवाणी
सैलोमे ने चेतावनी देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन का बतौर हथियार इस्तेमाल किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर सूखे और बेमौसम तूफान को पैदा करने के लिए भूविज्ञान इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया जाएगा।
इंसानों में लगाए जाएंगे चिप
सैलोमे ने यह भी कहा है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार के नाम पर इंसानों की त्वचा में चिप लगाए जाएंगे। इसका इस्तेमाल सरकारें जनसंख्या को नियंत्रण में रखने के लिए और असंतोष को दबाने के लिए कर सकती हैं।
उन्होंने अपनी आखिरी भविष्यवाणी में कहा है कि 2025 में सीक्रेट मिलिट्री बेस और मिलिट्री टेक्नोलॉजी का खुलासा होगा। इससे विरोध की आवाजें उठ सकती हैं।