बेगूसराय: देशभर में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है. दिल्ली में 50 डिग्री के करीब (49.9 डिग्री) पहुंचे अधिकतम तापमान ने पिछले 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इसके अलावा, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं. कई राज्यों के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां हैं लेकिन बिहार में अभी भी पढ़ाई चल रही है. बुधवार को, बिहार के बेगूसराय और शेखपुरा में करीब 48 स्कूली छात्राएं बेहोश होकर क्लास रूम में गिर गईं.
शेखपुरा के एक स्कूल में भीषण गर्मी की वजह से छात्राओं की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें आनन फानन में हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा. भीषण गर्मी के कारण शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड अंतर्गत मनकौल उत्क्रमित मध्य विद्यालय समेत कई स्कूलों में छात्राएं बेहोश हो गईं. प्रचंड गर्मी की वजह से कुछ छात्राएं प्रार्थना के दौरान और कुछ छात्राएं क्लासरूम में बेहोश हो गईं.
छात्राओं के बेहोश होने पर शिक्षकों में भी अफरा तफरी मच गई, जबकि छात्राओं के परिवार वालों को जब इसकी सूचना मिली तो वह भी स्कूल में पहुंच गए. बाद में छात्राओं को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
दरअसल, मटिहानी प्रखंड के मटिहानी मध्य विद्यालय में भीषण गर्मी की वजह से करीब 18 छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए मटिहानी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां सभी छात्राओं का इलाज किया जा रहा है. बेगूसराय में तापमान 40 डिग्री के पार है, भीषण गर्मी होने के बावजूद सभी विद्यालय खुले हुए हैं.
मध्य विद्यालय मटिहानी में 10 बजे के करीब अचानक स्कूली छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं. इसके बाद प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह के द्वारा पहले विद्यालय में ही ORS का घोल दिया गया लेकिन इसके बावजूद बेहोश होने का सिलसिला जारी रहा, जिसके बाद सभी छात्राओं को इलाज के लिए मटिहानी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फिलहाल 14 छात्राओं का इलाज मटिहानी रेफरल अस्पताल में चल रहा है. स्कूल के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी है विद्यालय में पंखे भी हैं बिजली के साथ-साथ जनरेटर की व्यवस्था की गई है इसके बावजूद गर्मी की वजह से छात्राएं बेहोश होने लगीं. विद्यालय में प्राथमिक उपचार किया गया लेकिन हालत बिगड़ने के बाद सभी बच्चियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बच्चों के बीमार होने की सूचना पर परिजन अस्पताल और स्कूल पहुंचने लगे जिस वजह से 10 बजे के बाद विद्यालय में मध्यान भोजन खिलाकर बच्चों को छुट्टी दे दी गई है. हालांकि सरकारी गाइडलाइन के विपरीत जाकर उन्होंने छुट्टी दी है. सरकार का तुगलकी फरमान है भीषण गर्मी में भी स्कूल खुला हुआ है. वहीं इलाज कर रहे अस्पताल के चिकित्सक राहुल कुमार ने बताया कि गर्मी की वजह से बच्चियां बेहोश हुई हैं. फिलहाल ग्लूकोज और ओआरएस का घोल बच्चों को दिया जा रहा है और सभी का इलाज किया जा रहा है.