नई दिल्ली : 15 दिसंबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जाती है। इस मौके पर सरदार पटेल के अनमोल विचारों को प्रचारित-प्रसारित करें और उनके विचारों को याद करें ताकि जीवन सही दिशा में अग्रसर हो सके।
सरदार वल्लभभाई पटेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कुशल राजनेता थे। वह आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री रहे। आजादी के बाद सबसे मुश्किल था छोटी छोटी रियासतों को एकजुट करना और भारत सरकार के आधीन लाना। सरदार पटेल ने 562 देशी रियासतों को भारतीय संघ में विलय करवा कर भारत को एकता के सूत्र में बांधने का महान कार्य किया। इसलिए उन्हें “भारत के लौह पुरुष” के नाम से जाना जाता है।
इसके अलावा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने 1928 में गुजरात के बारदोली क्षेत्र में किसानों के नेतृत्व में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सफल आंदोलन किया। इसके बाद उन्हें “सरदार” की उपाधि दी गई। सरदार पटेल की इसी कुशलता से हमें सीख लेनी चाहिए। 15 दिसंबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जाती है। इस मौके पर सरदार पटेल के अनमोल विचारों को प्रचारित-प्रसारित करें और उनके विचारों को याद करें ताकि जीवन सही दिशा में अग्रसर हो सके।
आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
इस मिट्टी में कुछ अनूठा है, जो यहां कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है। विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं।
सरदार वल्लभ भाई पटेल
आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आंखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए।