नई दिल्ली : संविधान दिवस के मौके पर भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अनमोल विचारों को पढ़ें और जीवन में आत्मसात करें।
हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 1949 में इसी दिन भारत की संविधान सभा ने देश के संविधान को अपनाया था। डॉ. भीमराव आंबेडकर को भारत का संविधान बनाने में अहम भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है। वे संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। संविधान के महत्व को फैलाने और आंबेडकर के विचारों को फैलाने के लिए 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की शुरुआत हुई। संविधान दिवस के मौके पर भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अनमोल विचारों को पढ़ें और जीवन में आत्मसात करें।
बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
शिक्षा जितनी पुरूषों के लिए आवश्यक है, उतनी ही महिलाओं के लिए भी।
जीवन लंबा होने की बजाय महान होना चाहिए।
कानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा जरूर दी जानी चाहिए।
शिक्षा जितनी पुरूषों के लिए आवश्यक है, उतनी ही महिलाओं के लिए भी।