नई दिल्ली : इस साल पांच नवंबर के छठ के महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। इस महापर्व का पहला दिन नहाय-खाय का होता है, और इस दिन कद्दू भात बनाने की परंपरा है।
दिवाली के बाद आने वाले छठ पूजा की धूम बिहार के साथ-साथ कई अन्य राज्यों में भी देखने को मिलती है। छठ पूजा सिर्फ एक पर्व नहीं है, बल्कि इसके साथ लाखों लोगों की आस्थाएं जुड़ी होती हैं। यह व्रत बच्चों की लंबी उम्र उनके, अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए रखा जाता है। अगर इस साल की बात करें तो इस साल छठ पूजा की शुरुआत 5 नवंबर से होगी और समापन 8 नवंबर के दिन होगा।
5 नवंबर को छठ पूजा का पहला दिन होगा, जिसे नहाय खाय कहा जाता है। नहाय खाय में हमेशा सात्विक रूप से प्रसाद तैयार किया जाता है। प्रसाद में मुख्य रूप से कद्दू भात बनाना आवश्यक है। अगर आप भी छठ पूजा कर रही हैं तो कद्दू भात बनाने की पारंपरिक विधि आपको जरूर पता होनी चाहिए।
यहां कद्दू का मतलब लौकी है, क्योकि कई जगह लौकी को कद्दू कहा जाता है। ऐसे में चने की दाल, अरवा चावल और कद्दू की सब्जी को नहाय खाय के दिन लोग बड़े ही चाव से खाते हैं।
कद्दू बनाने के लिए सामान
इसके लिए आपको सबसे पहले आधा किलो लौकी, आधा कप चने की दाल, सेंधा नमक, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, करीब एक कप पानी और दो कटी हरी मिर्च की जरूरत पड़ेगी।
तड़का लगाने का सामान
आधा टीस्पून जीरा, एक चौथाई चम्मच हींग, एक से दो चम्मच घी, एक से दो सूखी लाल मिर्च, दो से तीन तेज पत्ता
विधि
अब आपको कद्दू बनाने की विधि बताते हैं। इसके लिए सबसे पहले कुकर में लौकी और चना दाल को एक कप पानी के साथ मिलाएं। पानी डालने के बाद इसमें हल्दी और स्वाद के अनुसार नमक डालें। अब कुकर को बंद करके दो सीटी लगने दें। दो सीटी में लौकी और दाल पक जाएगी।
दाल के पकने के बाद इसमें तड़का लगाना शुरू करें। इसके लिए एक कढ़ाही में तेल गर्म करें। इसके बाद इसमें जीरा डालकर चटकाएं, फिर तेजपत्ता, कटी हरी मिर्च, सूखी मिर्च और फिर हींग डालें। जब सभी चीजें अच्छी तरह से भुन जाएं तो इसमें दाल और लौकी डाल दें। इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही पकने दें। 5-8 मिनट के बाद इसे उठा कर साइड में रखें।
ऐसे बनाएं भात
कद्दू की सब्जी के साथ अरवा चावल बनाने की परंपरा है। ऐसे में इसे तैयार करने के लिए सबसे पहले एक कटोरी चावलों को आधे घंटे के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद चावल का दोगुना पानी प्रेशर कुकर में डालकर पकाने के लिए रख दें। इसे पकने के लिए सिर्फ एक सीटी की जरूरत पड़ेगी। एक सीटी आने के बाद कुकर को साइड में रख दें। जब इसका प्रेशर निकल जाए तो कद्दू-भात का भोग लगाएं।
