नई दिल्ली : शारदीय नवरात्रि का इंतजार लोगों को सालभर रहता है। इस नवरात्रि में लोग अपने घरों में माता रानी की स्थापना करके उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इन नौ दिनों माता के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। पहले दिन मां शैलपुत्री और दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा के बाद बारी आती है तीसरे दिन की और इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है।
माता के इस स्वरूप को प्रसन्न करने के लिए लोग न सिर्फ उनके पसंदीदा रंग के कपड़े पहनकर पूजा करते हैं, बल्कि वो साथ में माता रानी को उनका पसंदीदा भोग भी लगाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि मां चंद्रघंटा को दूध और दूध से बने पकवान काफी प्रिय हैं। ऐसे में अगर आप मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उन्हें केसर पेड़े का भोग लगाएं। यहां हम आपको आसान विधि के केसर पेड़ा बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं।
केसर पेड़ा बनाने का सामान
मावा : 500 ग्राम
पिसी हुई चीनी : 150-200 ग्राम
केसर: 10-12 धागे
दूध: 2 टेबलस्पून
इलायची पाउडर: 1/2 टीस्पून
पिस्ता और बादाम
घी: 1 टेबलस्पून
विधि
घर पर केसर पेड़ा तैयार करना बेहद आसान होता है। इसे बनाने के लिए आपको सबसे पहले 2 टेबलस्पून दूध को हल्का करके उसमें केसर के धागों भिगो कर रखना है। इससे केसर का रंग दुध में अच्छी तरह से घुल जाएगा।
अब आपको पेड़ा बनाने की तैयारी शुरू करनी है। इसके लिए एक भारी तले की कड़ाही में 1 टेबलस्पून घी डालें और उसमें मावा डालकर मध्यम आंच पर भूनें। ध्यान रखें कि इसे आपको लगातार चलाना है, वरना ये जलने लगेगा। जब मावा हल्का सुनहरा हो जाए तो इसमें पिसी हुई चीनी डालें और अच्छे से मिलाएं।
अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर पकने दें, ताकि चीनी अच्छी तरह से घुल जाए। जब चीनी घुल जाए तो इसमें केसर वाला दूध और इलायची पाउडर डालें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं। इसे लगातार तब तक चलाते रहें, जब तक ये गाढ़ा न हो जाए।
जब ये गाढ़ा हो जाए तो गैस बंद करके इसे गैस से उतार लें। इसके बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दें ताकि इसे आसानी से छूकर पेड़े बनाए जा सकें। जब इसका तापमान थोड़ा ठंडा हो जाए तो हाथों में हल्का घी लगाकर मिश्रण से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और उन्हें गोल पेड़े का आकार दें। आप चाहें तो इन पर हल्के से चाकू की मदद से डिजाइन भी बना सकते हैं। इन पेड़ों को पिस्ता या बादाम के टुकड़ों से सजाएं। पेड़े तैयार हैं। इनका भोग माता रानी को लगाएं।