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दफ्तर में बैठे-बैठे काम करने से बढ़ रहा है मोटापा, दिन में 10 मिनट करें ये योगासन

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नई दिल्ली : दफ्तर में 7-8 घंटे बैठे-बैठे काम करने से शरीर को पर्याप्त गति नहीं मिल पाती है। शारीरिक गतिविधियों की कमी से मांसपेशियों की सक्रियता कम होती और फैट तेजी से जमा होने लगता है। लगातार बैठे रहने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। धीमे मेटाबाॅलिज्म के कारण शरीर में कैलोरी बर्न करने की क्षमता कम हो जाती है और अतिरिक्त कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है।

इसके अलावा लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहने से ऊर्जा की खपत कम हो जाती है, जिससे कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया धीमी होने लगती है और वजन बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। बैठे-बैठे काम करने से वजन इस लिए भी बढ़ने लगता है क्योंकि खाना पचने की गति भी धीमी हो जाती है। अधिकतर लोग दफ्तर में बैठे बैठे स्नैक्स या जंक फूड का सेव करते हैं। ये खाने की आदत उच्च कैलोरी वाली होती हैं जो वजन बढ़ाने में सहायक है। इससे शरीर में चर्बी बढ़ती है और पेट निकलता है।

ऐसी स्थिति से बचने के लिए यानी दफ्तर में बैठे-बैठे काम करने के बावजूद अगर आप वजन नियंत्रित रखना चाहते हैं तो प्रतिदिन 10 मिनट कुछ योगासनों को दें। योगासनों का अभ्यास वजन को नियंत्रित रखता है, साथ ही मेटाबॉलिज्म को तेज करता और कैलोरी बर्न करने में सहायक होता है, जिससे पेट निकलने की समस्या से भी बचा जा सकता है। यहां कुछ योगासनों के बारे में बताया जा रहा है, जिसका अभ्यास रोज दफ्तर में घंटों बैठकर काम करने वालों को करना चाहिए।

वज्रासन

व्यस्त जीवनशैली से कुछ वक्त निकालकर वज्रासन का अभ्यास करें। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों को मोड़कर पैर के बल बैठ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठों के बीच थोड़ा सा गैप रखें।इस दौरान कमर के ऊपर का हिस्सा बिल्कुल सीधा हो। दोनों हाथों को जांघों पर रखें और शरीर का पूरा भार पैरो पर छोड़कर दिमाग को रिलैक्स करें। इस आसन से पेट से जुड़ी समस्याएं ठीक होती हैं और गैस व पाचन की शिकायत नहीं होती है।

ताड़ासन

ताड़ासन सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है, जिससे वजन नियंत्रित होता है और मेटाबाॅलिज्म स्वास्थ्य बेहतर होता है। इस आसन के अभ्यास के लिए हाथ को शरीर के बगल में रखकर सीधे खड़े हो जाएं। जितना हो सके शरीर को स्ट्रेच करें। हाथों को सिर के ऊपर रखते हुए एड़ियों को ऊपर उठाएं और कुछ देर इसी स्थिति में रुकें। फिर सांस छोड़ते हुए पुरानी स्थिति में आ जाएं।

पद्मासन

पद्मासन योग को शरीर और मन दोनों की बेहतर सेहत के लिए सबसे कारगर योगाभ्यास के तौर पर जाना जाता है। आराम की मुद्रा में बैठकर किया जाने वाला यह योगासन कूल्हों, टखनों और घुटनों के लिए विशेष लाभकारी माना जाता है। इस योग का अभ्यास मस्तिष्क को शांत करने से लेकर जागरूकता और ध्यान बढ़ाने में भी फायदेमंद पाया गया है। मासिक धर्म की परेशानियों और जोड़ों को समस्याओं को दूर करने में भी इस योग के अभ्यास से लाभ मिल सकता है।

दंडासन

रोजाना महज 5 मिनट दंडासन के अभ्यास से कब्ज, अपच और गैस जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा पीठ दर्द, कंधे के दर्द जैसी पोस्चर से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है।