मध्यप्रदेश : महाकाल नगरी उज्जैन में शनिवार को महाराष्ट्र समाज द्वारा सामूहिक भरणी श्राद्ध पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों समाजजनों ने श्राद्ध कर्म किया।
तीर्थ नगरी अवंतिका उज्जैन होने के कारण यहां भारत देश के साथ ही विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने पूर्वजों की स्मृति में श्राद्ध पक्ष में भरणी नक्षत्र में श्राद्ध कर्म करने हेतु आते हैं, लेकिन इस कार्य को महाराष्ट्र समाज पिछले 50 वर्षों से उज्जैन के पुरोहितों द्वारा संपूर्ण विधि विधान से संपन्न कराया आ रहा है।
महाराष्ट्र समाज द्वारा आज शनिवार को भी सामूहिक भरणी श्राद्ध पूजन महाराष्ट्र समाज तिलक स्मृति मंदिर, क्षीरसागर पर किया गया। जिसमें उज्जैन सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों के अलावा गुजरात, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों से 105 से अधिक यजमानों ने अपने पूर्वजों को मोक्ष प्रदान करने हेतु श्राद्ध कर्म किया।
समाजसेवी संजय दिवटे के अनुसार भरणी श्राद्ध पितृपक्ष में चतुर्थी तिथि पर प्रतिवर्ष किया जाता है। तीर्थ नगरी अवंतिका उज्जैन होने के कारण यहां भारत देश के साथ ही विदेश से भी समाजजन अपने पूर्वजों की स्मृति मे श्राद्ध पक्ष में भरणी नक्षत्र में श्राद्ध कर्म करने हेतु आते हैं। इस कार्य को महाराष्ट्र समाज उज्जैन के पुरोहितों द्वारा संपूर्ण विधि विधान से संपन्न कराया गया। इस कार्य में लगने वाली संपूर्ण पूजा सामग्री की व्यवस्था समाज द्वारा ही की गई।
यह कार्य विगत 50 वर्षों से समाज द्वारा कराया जा रहा है। महाराष्ट्र समाज के अध्यक्ष पंकज चांदोरकर, सचिव सुशील मुले एवं श्रीराम मंदिर संयोजक संजय दिवटे के मार्गदर्शन में यह आयोजन हुआ। श्राद्ध कर्म संपन्न कराने में निलेश फड़नीस, जयवंत श्योपुरकर, लाभेश जोशी, आलोक मोढ़े, रविंद्र मुले, सदाशिव नायगांवकर, विश्वास कराडकर, दीपक भागवत, जितेंद्र आप्टे, संदीप विपट सहित टीम का काफी सहयोग रहा।