जनवरी में है शादी तो शुरू कर दें इन योगासनों अभ्यास, निखर जाएगी त्वचा

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नई दिल्ली : अपनी दिनचर्या में योग को अपनाकर शादी के खास मौके पर सबसे सुंदर और आत्मविश्वासी महसूस करें। इस लेख में आपको ग्लोइंग स्किन, सही पोस्चर और शांत मन के लिए कुछ आसान और प्रभावी योगासनों के बारे में बताया जा रहा है।

शादी जीवन का खास पल होता है और हर कोई इस दिन सबसे सुंदर और आत्मविश्वासी दिखना चाहता है। इसके लिए लोग पार्लर या सलून में काफी पैसा खर्च करते हैं हालांकि प्राकृतिक तरीके से दमकती त्वचा, सुडौल शरीर, सही पोस्चर और मन की खुशी के संयोजन के लिए योग एक असरदार उपाय है। योग वह साधन है जो न केवल आपकी त्वचा में निखार लाता है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी संवारता है।

शादी के पहले योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। योगाभ्यास से आपकी त्वचा और पोस्चर में सुधार आएगा, साथ ही अंदर से खुश और तनाव मुक्त रहने में भी मदद मिलेगी। अपनी दिनचर्या में योग को अपनाकर शादी के खास मौके पर सबसे सुंदर और आत्मविश्वासी महसूस करें। इस लेख में आपको ग्लोइंग स्किन, सही पोस्चर और शांत मन के लिए कुछ आसान और प्रभावी योगासनों के बारे में बताया जा रहा है।

दमकती त्वचा के लिए योग

योग रक्त संचार को बेहतर करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है।

भुजंगासन

यह आसन चेहरे पर रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और त्वचा को ताजगी देता है। भुजंगासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। छाती, कंधे और पेट फैलता है। तनाव और थकान दूर होती है। साथ ही पाचन, लिवर और किडनी के कामकाज में सुधार होता है।

प्राणायाम

अनुलोम-विलोम और कपालभाति जैसे प्राणायाम त्वचा को अंदर से निखारते हैं। प्राणायाम से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और श्वसन मांसपेशियां मजबूत होती है। इससे शरीर में आक्सीजन का स्तर ठीक रहता है और मन शांत व तनाव कम होता है।

त्रिकोणासन

यह आसन शरीर को डिटॉक्स करता है और त्वचा पर चमक लाता है। त्रिकोणासन के नियमित अभ्यास से गर्दन, पीठ, कमर और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है। इस आसन से पाचन प्रणाली ठीक होती है। एसिडिटी से छुटकारा मिलता है और चिंता, तनाव, कमर व पीठ का दर्द कम होता है।

बेहतर पोस्चर के लिए योग

सही पोस्चर न केवल आपको सुंदर दिखाता है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।

ताड़ासन

यह आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है और शरीर की मुद्रा सुधारता है। ताड़ासन के अन्य फायदे हैं कि यह शरीर के कई हिस्सों में खिंचाव लाता है, जिससे लंबाई बढ़ती है। घुटनों, टखनों और भुजाओं में मजबूती आती है। रक्त संचार को बेहतर करता है। पाचन तंत्र मजबूत बनाता है और कब्ज की समस्या दूर होती है।

वृक्षासन

संतुलन को बढ़ाने और पोस्चर को सुधारने के लिए यह आसन अत्यंत लाभदायक है। वृक्षासन शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह के संतुलन को बनाने में सहायक है। इस आसन से एकाग्रता में सुधार होता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है। घुटने मजबूत बनते हैं और हिप्स के जोड़ों को ढीला रखने में मदद करता है।

खुशी और तनाव कम करने के लिए योग

शादी की तैयारियों में तनाव और चिंता होना स्वाभाविक है। ऐसे में योग आपके मन को शांत और खुश रख सकता है।

शवासन

यह आसन गहरी शांति प्रदान करता है और तनाव को कम करता है। ये आसन शरीर को आराम देता है और मन शांत होता है। इस आसन से याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है। सिरदर्द, थकान और अनिद्रा की समस्या दूर होती है। रक्तचाप नियंत्रित होता है। शवासन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है।

ध्यान

रोजाना 10-15 मिनट ध्यान करें। इससे मानसिक शांति मिलेगी और खुशी महसूस होगी। ध्यान करने से तनाव कम होता है। फोकस और याददाश्त में सुधार होता है। हाई ब्लड प्रेशर और एंग्जायटी अटैक कम होता है।