नई दिल्ली। बच्चे की तबीयत ना बिगड़ जाए इस बात का ख्याल रखने के लिए बच्चे को कूलर या AC के सामने सुलाने से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेना जरूरी होता है. बच्चा बीमार पड़े उससे पहले ही सावधानी बरती जा सकती है.
जानिए बच्चे को AC में किस तरह सुलाना चाहिए.
गर्मियों का कहर बढ़ने लगता है तो घर में एसी और कूलर चलाना जरूरी हो जाता है. कूलर और एसी की हवा बिना दोराय ठंडी होती है. बड़े बच्चों को आमतौर पर इस एसी या कूलर की हवा से कुछ खास दिक्कत नहीं होती लेकिन परेशानी तब आती है जब घर में बेहद छोटा बच्चा जैसे एक साल से छोटा बच्चा होता है. इतने छोटे बच्चे को जायजतौर पर गर्मी की चपेट में नहीं छोड़ा जा सकता और ना ही एसी में बिना किसी चिंता सुलाया जा सकता है. यहां जानिए किस तरह छोटे बच्चे को एसी या कूलर की हवा में सुलाएं और किन बातों का खासतौर से ध्यान रखें.
छोटे बच्चे को AC या कूलर में कैसे सुलाएं
तापमान का रखें ध्यान – छोटे शिशु को एसी में सुला रहे हैं तो तापमान का खास ख्याल रखें. बच्चे को बहुत ज्यादा सर्दी ना लगे इसके लिए एसी का तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें. इससे कम तापमान में बच्चे को सुलाया जाए तो उसे सर्दी लग सकती है, वहीं ज्यादा तापमान से बच्चे को गर्मी लगने की संभावना रहती है.
बच्चे को ओढ़ाएं चादर – बच्चे को एसी या कूलर की सीधा हवा कभी नहीं लगने देनी चाहिए. बच्चे को पतली चादर ओढ़ाकर रखें जिससे बच्चे के शरीर को थोड़ी-बहुत गर्माहट लगती रहे. अगर बच्चे को चादर के बिना सुलाया जाता है तो बच्चे की तबीयत खराब हो सकती है और खांसी, बलगम और जुकाम हो सकता है. इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चा कूलर (Cooler) या एसी के बिल्कुल सामने ना सोए बल्कि उसके सोने की जगह थोड़ी पीछे की तरफ हो.
पहनाएं पूरे कपड़े – बच्चे को चादर में ढककर सुलाया जाता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि उसे पूरे कपड़े ना पहनाए जाएं. छोटे बच्चे को पूरे कपड़े पहनाकर ही सोने के लिए लिटाना चाहिए. खासकर अगर आप अपने घर में नहीं हैं और कहीं बाहर रिश्तेदारों के यहां या फिर होटल में बच्चे को सुला रहे हैं तो उसे पूरे कपड़े पहनाएं और फिर सुलाएं.
त्वचा का भी रखें ख्याल – ठंडी हवाएं अक्सर शुष्क होती हैं और त्वचा का रूखापन बढ़ाती हैं. बच्चे की त्वचा बेहद सेंसिटिव होती है और एसी की हवा से रूखी हो सकती है. ऐसे में बच्चे को सुलाने से पहले उसे शरीर पर तेल या मॉइश्चराइजर लगाया जा सकता है.
मेंटेनेंस का भी रखें ख्याल – बच्चों और बड़ों में फर्क होता है. हम बाहर निकलते हैं और गंदी हवा में सांस लेना जानते हैं, लेकिन बच्चे के साथ स्थिति उल्टी होती है. अगर एसी गंदा होगा, एसी में धूल-मिट्टी जमी होगी और एसी की सही से मेंटेनेंस नहीं हुई होगी तो एसी की हवा से बच्चे को एलर्जी या सांस संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.