नई दिल्ली : मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल ये उन जगहों के नाम हैं, जहां एस्केलेटर का होना बहुत आम बात है। आज के आधुनिक समय में एस्केलेटर एक सामान्य उपकरण हो गया है। वैसे तो एस्केलेटर का उपयोग करना बहुत आसान है लेकिन एस्केलेटर एक संवेदनशील उपकरण जिसका इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना चहिए। मेट्रो सिटी में रहने वाले युवा लोगों के लिए एस्केलेटर का इस्तेमाल करना बहुत आम बात है। मगर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले और बुजुर्ग लोगों के लिए एस्केलेटर का उपयोग करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
अक्सर एस्केलेटर से हुई दुर्घटनाओं की भयावह खबरे सामने आती रहती हैं। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में ये सवाल आता है कि अगर आपातकालीन परिस्थिति में कभी एस्केलेटर को रोकना पड़े तो क्या करना चाहिए? दरअसल, ऐसा करना बहुत आसान और ये काम कोई भी खुद ही कर सकता है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एस्केलेटर में कहां कहां होता है इमरजेंसी स्विच
हर एस्केलेटर में आमतौर पर तीन ‘आपातकालीन स्टॉप स्विच’ होता है, इसे ‘इमरजेंसी स्टॉप स्विच’ भी कहते हैं। हर एस्केलेटर के शुरूआती और आखिरी छोर पर एक-एक ‘आपातकालीन स्टॉप स्विच’ होता है, और तीसरा स्विच एस्केलेटर के बीच में होता है। अगर एस्केलेटर लंबा है तो चार ‘आपातकालीन स्टॉप स्विच’ भी हो सकता है, चौथा स्विच भी एस्केलेटर के बीच में ही होता है।
जब भी कभी एस्केलेटर पर कुछ अनहोनी होने की आशंका होती है तो ऐसी स्थिति में तीनों में से किसी भी स्विच को तुरंत दबाना चाहिए। ऐसा करने से एस्केलेटर तुरंत रुक जाता है, और अनहोनी टल जाती है। यानी किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्विच को दबाना होता है। कई बार ऐसा होता है कि स्विच से दूर रहते हैं तो ऐसी स्थिति में स्विच के करीब मौजूद इंसान से ‘आपातकालीन स्टॉप स्विच’ प्रेस करने का आग्रह कर सकते हैं।
हालांकि, सुरक्षित रूप में एस्केलेटर का प्रयोग करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना चाहिए-
हैंडरेल को पकड़ें
पैरों को किनारों से दूर रखें
पैरों को पीली लाइनों के बीच में रखें
नंगे पैर एस्केलेटर का प्रयोग न करें
बच्चों को संभालकर पकड़ें
अपना मुंह यात्रा की दिशा की और रखें
एस्केलेटर पर धक्का गाड़ी या भारी वस्तुएं ले जाना मना है
एस्केलेटर सीढ़ी पर न दौड़ें
यात्रा समाप्त होने पर एस्केलेटर से दूर हो जायें
और सबसे महत्वपूर्ण इमरजेंसी में “स्टॉप बटन” दबाएं।