टीवी की आदर्श बहू से कैबिनेट मंत्री तक, कुछ ऐसा रहा है स्मृति ईरानी का सफर

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नई दिल्ली : स्मृति ईरानी एक ऐसा नाम हैं, जिन्होंने कभी टीवी जगत से अपने करियर की शुरुआत की थी और मोदी सरकार में केंद्री मंत्री तक का सफर तय किया। आज वह राजनीति जगत का सफल नाम बन चुकी हैं। उनका टीवी से लेकर राजनीति तक का सफर कैसा रहा, चलिए इस पर एक नजर डालते हैं।

स्मृति ईरानी आज राजनीति की दुनिया में सफलता के झंडे गाड़ रही हैं, लेकिन एक ऐसा समय था जब वह टीवी इंडस्ट्री की संस्कारी बहू के रूप में पहचानी जाती थीं। उन्हें एकता कपूर के चर्चित और सफल धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से घर-घर में पहचान मिली, जिसका पहला एपिसोड जुलाई 2000 में टेलीकास्ट हुआ और करीब 8 सालों तक ये शो दर्शकों के दिलों पर राज करता रहा। ये वो समय था, जब स्मृति ईरानी की छवि एक घर संभालने वाली आदर्श बहू की थी और अब आज का समय है जब वह देश को संभालने वाली एक मजबूत राजनेता के तौर पर पहचानी जाती हैं। चलिए के अपने शक्ति के प्रमुख अंक में आपको स्मृति ईरानी के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।

स्मृति ईरानी का जीवन परिचय

भारतीय जनता पार्टी की एक प्रमुख नेता ‘स्मृति जुबिन ईरानी’ स्मृति ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 अजय कुमार मल्होत्रा और शिवानी बागची के घर में हुआ। इनके पिता पंजाबी और माता बंगाली थीं । इनकी दो छोटी बहनें भी हैं। इसके साथ ही इनके दादा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे। यही नहीं, स्मृति ईरानी की मां जनसंघ की सदस्य थीं । इनकी प्रारम्भिक शिक्षा होली चाइल्ड ऑक्सिलियम स्कूल दिल्ली में हुई। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग में बीकॉम की पढ़ाई शुरू की पर किसी कारण तीन साल की डिग्री पूरी नहीं कर सकीं। 2001 में स्मृति ने जुबिन ईरानी से शादी कर ली।

टीवी जगत में स्मृति का करियर

2000 में स्मृति ईरानी ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी ‘धारावाहिक में तुलसी के रूप में घर घर में अपनी पहचान बनाई। इनका नाम उन कलाकारों में लिया जाता है जिन्होंने अपनी ऑनस्क्रीन लोकप्रियता को अपनी राजनैतिक सफलता के रूप में बदल दिया और हर घर में तुलसी के नाम से जानी जाने वाली से स्मृति ईरानी के रूप में आज पूरे देश में अपनी पहचान बना चुकी हैं।

स्मृति ईरानी का राजनीति करियर

अभिनय हो या राजनीति दोनों में ही स्मृति ईरानी ने सफलता हासिल की है। स्मृति 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्य बनीं। उन्होंने बीजेपी के यूथ विंग की अध्यक्ष के रूप में काम किया। इसके बाद 2010 में राष्ट्रीय सचिव के रूप में कार्यभार संभाला। 2011 में गुजरात से राज्य सभा से चुनकर संसद बनाई गईं। इसके बाद 2014 अमेठी से राहुल गांधी के सामने आम चुनाव में खड़ी हुईं। हालांकि, वह ये चुनाव हार गईं, लेकिन इससे वह भारत की राजनीति मे एक अहम हिस्सा बन गईं। इसके बाद 1019 मे उन्होंने अमेठी से चुनाव लड़ कर राहुल गांधी को हरा दिया। उन्होंने एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में महिला बाल विकास मंत्री के रूप मे कार्यभार को संभाला।

अभिनय से घर घर में मिली पहचान

1998 मे स्मृति ईरानी जी ने ‘मिस इंडिया’ सौंदर्य प्रतियोगिता मे भाग लिया पर टॉप 9 तक ही पहुंच सकीं। इसके बाद इसी साल मीका सिंह के साथ एल्बम ” सावन में लग गई आग ” में नजर आईं। इसके बाद सीरियल ‘आतिश ‘और ‘हम हैं कल आज और कल’ से छोटे परदे में शुरुआत की। साल 2000 में स्मृति ने एकता कपूर के धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में ‘तुलसी विरानी’ का लीड रोल प्ले किया और घर घर में अपनी पहचान बनाई । 2008 में स्मृति ईरानी, साक्षी तंवर के साथ मिलकर 9X पर रियलिटी शो मे नजर आईं। 2009 में कॉमेडी शो ‘मणिबेन डॉट कॉम’ में काम किया 2012 में बंगाली फिल्म ‘अमृता’ में भी नजर आईं।