नई दिल्ली। भुना हुआ चना कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, रेशे, कैल्शियम,आयरन व विटामिन का एक शानदार स्त्रोत है। इतनी सारी विशेषता होने के कारण ही इसे गरीबों का मेवा कहा जाता है।
इन समस्याओं में है फायदेमंद भुना हुआ चना
भुने चने को रोज़ाना खाने से वजन कम होता है और मोटापा घटता है। यह शरीर से अतिरिक्तचर्बी को पिघलाने में मदद करता है।
जिन रोगियों को बार बार मूत्र आने की समस्या है उनको हर रोज भुने चने का सेवन करना चाहिए।
भुने चने रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करते है जिससे मधुमेह नियंत्रित होती है।
जिनको भी अस्थमा और सांस सम्बन्धी समस्याएं है ,उन्हें भुने चने खाने से अस्थमा में आराम मिलता है।
भुने चने खाने से खून साफ़ हो जाता है जिससे त्वचा में निखारआता है।
भुने चने खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे बार बार बीमार होना बंद हो जाता है।
यह कैल्शियम का अच्छा सोर्स होने के कारण हड्डियों को मजबूत करता है।
महिलाओं के सफेद पानी या लिकोरिया की समस्या में भुने हुए चने खाने से बहुत आराम मिलता है।
भुने चने को हर रोज लम्बे समय तक खाने से कुष्ठ रोग समाप्त हो जाता है।
इस समय करें सेवन
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 50 से 60 ग्राम भुने चने का सेवन करना चाहिए। भुने हुए चने को यूँ तो आप कभी भी खा सकते हैं। लेकिन अगर आप इसका सेवन सुबह के समय करते हैं तो इससे आपकी सेहत को और भी फायदा होगा।