सीएम भजनलाल शर्मा का राहुल गांधी पर हमला, कहा- वे भूल गए 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस की क्या भूमिका थी

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मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर ऐसे बयान दिए जो न केवल देश की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि विदेशी मंचों पर भारत को कमजोर दिखाने का प्रयास करते हैं।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर सिख समुदाय पर दिए गए बयानों पर सियासी घमासान जारी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला है। सीएम शर्मा ने कहा है कि राहुल गांधी बार-बार विदेश जाकर भारत की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।

राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने एक्स पर लिखा- कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बार-बार विदेश जाकर भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश क्यों क्यों की जाती है? भारतीय अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता पर दिए गए उनके बयान ने देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राहुल गांधी के इस बयान को देश के लिए अपमानजनक बताया और कहा कि यह भारत की गरिमा और एकता को कमजोर करता है। राहुल गांधी ने अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर ऐसे बयान दिए जो न केवल देश की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि विदेशी मंचों पर भारत को कमजोर दिखाने का प्रयास करते हैं।

सीएम शर्मा ने सिख दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि क्या आप भूल गए हैं कि 1984 में सिखों के खिलाफ हुए वीभत्स दंगों में कांग्रेस की क्या भूमिका थी? उन्होंने कांग्रेस पार्टी के अतीत के इस दुखद अध्याय की याद दिलाई, जो पार्टी की छवि पर एक बड़ा धब्बा है। कांग्रेस को पहले अपनी पार्टी की गलतियों को स्वीकार करना चाहिए, न कि दूसरों पर आरोप लगाना।

मुख्यमंत्री शर्मा ने आरक्षण की व्यवस्था पर राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणियों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की आरक्षण पर की गई टिप्पणियां भारतीय समाज की गहरी समझ के बिना की गई हैं। यह सिर्फ विदेशी दर्शकों के सामने खुद को बुद्धिमान दिखाने का प्रयास है।

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की बयानबाजी न केवल देश की एकता को कमजोर करती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि को खराब करने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने राजनीतिक एजेंडे के बजाय देशहित को प्राथमिकता दें और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का सम्मान बढ़ाने का प्रयास करें।