नई दिल्ली : आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्डधारकों को मुफ्त इलाज का लाभ दिया जाता है, लेकिन अगर आयुष्मान कार्ड गुम हो जाए तो फिर कैसे मुफ्त इलाज करवाया जा सकता है?
केंद्र सरकार की कई योजनाओं में से एक योजना है आयुष्मान भारत योजना। इस योजना के अंतर्गत लोगों को मुफ्त इलाज का लाभ दिया जाता है जिसके लिए पहले पात्र लोगों के मुफ्त आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं। इन कार्ड के जरिए कार्डधारक उन अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं जो अस्पताल इस योजना में पंजीकृत हैं, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि अगर आपका आयुष्मान कार्ड गुम हो जाता है तो फिर आप क्या मुफ्त इलाज का लाभ ले सकते हैं? और अगर ऐसा कर सकते हैं तो इसका तरीका क्या है? तो चलिए बिना देरी के इस बारे में जानते हैं और जानते हैं कि इस पर नियम क्या कहता है। अगली स्लाइड्स में आप इस बारे में जान सकते हैं…
लाभ क्या मिलता है?
जो लोग आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्र होते हैं वे आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। इसके बाद इस कार्ड के जरिए आप सूचीबद्ध अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। लाभार्थी हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।
क्या है मुफ्त इलाज करवाने का प्रोसेस?
अगर आप आयुष्मान कार्डधारक हैं तो आपको पंजीकृत अस्पताल में जाना होता है
यहां पर बने हुए मित्र हेल्प डेस्क पर जाकर संबंधित अधिकारी से मिलना होता है
इसके बाद उन्हें कार्ड दिखाना होता है जिसे वेरिफाई किया जाता है
वेरिफिकेशन के बाद अगर सबकुछ सही पाया जाता है तो आपको मुफ्त इलाज की इजाजत दे दी जाती है
इसके बाद आपके इलाज का खर्च सरकार उठाती है
आपको इलाज के लिए पैसे नहीं देने होते हैं।
गुम हो जाए कार्ड तो क्या करें?
अगर आप भी आयुष्मान कार्डधारक हैं और आपका आयुष्मान गुम हो जाता है या गुम हो गया है तो आपको चिंता नहीं करनी है। आपको मित्र हेल्प डेस्क पर जाकर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को बताना होता है जिससे आपका वेरिफिकेशन कर आपको मुफ्त इलाज का लाभ दे दिया जाता है।