नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली-एनसीआर में मच्छर जनित बीमारियों के कारण अस्पतालों में भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है। सितंबर-अक्तूबर में हर बार इस रोग के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है। हालिया रिपोर्ट्स फिर से बीमारी को लेकर लोगों को अलर्ट कर रहे हैं।
जानकारियों के मुताबिक एक हफ्ते में ही दिल्ली-एनसीआर में 300 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राजधानी में पिछले सात दिनों में डेंगू के 300 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, इसके पिछ्ले सप्ताह में ये संख्या 250 के करीब थी।
डॉक्टर्स बताते हैं, डेंगू के साथ-साथ कई अन्य मच्छरजनित रोगों के मामले भी कुछ हफ्तों से उछाल पर हैं। ओपीडी में तेज बुखार के साथ आने वाले लोगों में डेंगू के अलावा चिकनगुनिया और मलेरिया की समस्या का भी निदान किया जा रहा है। डॉक्टर बताते हैं, ये सभी स्थितियां गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती हैं जिसको लेकर सभी लोगों को निरंतर बचाव के उपाय करते रहना चाहिए।
डेंगू के कारण बढ़ रहा है खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस साल 20 सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के कुल 1229 मामले दर्ज किए गए और दो लोगों की मौतें भी हुई। अमर उजाला से बातचीत में दिल्ली स्थित एक निजी अस्पताल के डॉ अरविंद कुमार बताते हैं, इस बार मानसून का असर ज्यादा होने के कारण डेंगू का खतरा अधिक होने की आशंका है। फिलहाल राहत की बात ये है कि ज्यादातर रोगियों में लक्षण गंभीर नहीं हैं और सामान्य उपचार के माध्यम इसमें आराम मिल जा रहा है।
कुछ मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने का जरूरत पड़ रही है हालांकि ऐसे लोगों की संख्या काफी कम है।
डरा रहे हैं आंकड़े
आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस महीने डेंगू के 651 मामले सामने आए, पिछले सप्ताह 256 लोगों में डेंगू की पुष्टि की गई थी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल कर्नाटक के बाद अब असम में डेंगू के कारण स्थिति काफी बिगड़ती देखी जा रही है। महाराष्ट्र और दक्षिण के कई अन्य राज्यों में भी इस रोग का प्रकोप देखा जा रहा है।
गुवाहाटी में स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, डेंगू के कारण स्थिति काफी बिगड़ी है। मच्छरों के पनपने वाले स्रोतों में कमी लाने के अभियान के तहत हमने प्रभावित क्षेत्रों में जांच अभियान तेज किया है।
चिकनगुनिया-मलेरिया ने भी बढ़ाई चिंता
डेंगू के साथ चिकनगुनिया-मलेरिया के मामलों ने भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ की चिंता बढ़ा दी है। डॉक्टर बताते हैं, इस बार पिछले वर्षों की तुलना में मलेरिया के मामले भी अधिक देखे जा रहे हैं। इस महीने तक दिल्ली में मलेरिया के 363 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ये आंकड़ा 294 था।
डेंगू और मलेरिया के साथ-साथ इस बार , चिकनगुनिया के के कारण भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ती देखी जा रही है। अब तक 43 मामले सामने आए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले का लगभग दोगुना है। ये सभी बीमारियां गंभीर स्थितियों में जानलेवा भी हो सकती हैं।
मच्छरों से बचाव के लिए निरंतर करते रहें उपाय
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दिल्ली में इस बार मानसून का असर ज्यादा देखा गया है जिससे कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति हो गई। स्थिर और साफ पानी डेंगू मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे उपयुक्त होता है। इसके अलावा प्लास्टिक के कंटेनर, एयर कूलर, फूलों के गमले, टायर और खाली पड़े किसी भी सामान जहां पानी जमा हो सकता है उनमें मच्छर पनप सकते हैं। मच्छरों को पनपने से रोकने के उपायों के साथ-साथ मच्छरों के काटने से बचने के लिए भी प्रयास जरूरी है।
बचाव के तरीकों का पालन करते रहना ही आपको इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव कर सकते हैं।
