गूगल मैप्स कैसे काम करता है और इसे रास्तों का डेटा कहां से मिलता है?

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नई दिल्ली : गूगल मैप्स विभिन्न तकनीकों, स्रोतों और डिवाइस का उपयोग करके डेटा एकत्र करता है। आइए इसके काम करने की प्रक्रिया और डेटा के स्रोतों को विस्तार से समझते हैं:

गूगल मैप्स दुनिया भर में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले नेविगेशन और मैपिंग टूल्स में से एक है। आप भी गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते ही होंगे, लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर गूगल मैप्स को रास्तों के बारे में जानकारी या डेटा मिलता कहां से है? गूगल मैप्स विभिन्न तकनीकों, स्रोतों और डिवाइस का उपयोग करके डेटा एकत्र करता है। आइए इसके काम करने की प्रक्रिया और डेटा के स्रोतों को विस्तार से समझते हैं:

गूगल मैप्स कैसे काम करता है?
(a) डेटा संग्रह
सैटेलाइट इमेजरी
सड़क पर चलने वाले वाहन
यूजर्स द्वारा प्रदान की गई जानकारी
सरकार और संस्थानों द्वारा दिए गए नक्शे

(b) डेटा प्रोसेसिंग
गूगल का AI और मशीन लर्निंग सिस्टम डेटा को प्रोसेस करता है। यह सड़कों, भवनों, ट्रैफिक, और अन्य भौगोलिक विशेषताओं की पहचान करता है।

(c) रीयल-टाइम डेटा
गूगल ट्रैफिक और अन्य जानकारी के लिए रीयल-टाइम डेटा का उपयोग करता है।

मोबाइल यूजर्स से मिली जानकारी
सेंसर और कैमरा सिस्टम
(d) नेविगेशन और सेवाएं
गूगल मैप्स रीयल-टाइम ट्रैफिक स्थिति, शॉर्टकट्स, और वैकल्पिक मार्ग प्रदान करता है।
आवाज-आधारित नेविगेशन का उपयोग करके यूजर्स को गाइड करता है।

  1. गूगल मैप्स को रास्तों का डेटा कहां से मिलता है?

(a) सैटेलाइट इमेजरी
गूगल के पास सैटेलाइट्स से प्राप्त हाई-रिजॉल्यूशन इमेजरी का एक बड़ा डेटाबेस है।
यह सड़कों, भूभाग, और स्थानों का विस्तृत नक्शा तैयार करता है।

(b) गूगल स्ट्रीट व्यू
गूगल की स्ट्रीट व्यू कारें सड़कों और स्थानों की 360-डिग्री तस्वीरें और डेटा एकत्र करती हैं।
इन कारों में लगे सेंसर और कैमरे सड़क की चौड़ाई, ट्रैफिक सिग्नल, और सड़क के नाम जैसी जानकारी कैप्चर करते हैं।

(c) यूजर्स डेटा
लाखों यूजर्स गूगल मैप्स का उपयोग करते हैं और अपनी लोकेशन डेटा साझा करते हैं।
गूगल इस डेटा से ट्रैफिक की स्थिति, औसत गति, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां निकालता है।

(d) सरकारी और सार्वजनिक डेटा
गूगल स्थानीय सरकारों और एजेंसियों से मानचित्र, जोनिंग डेटा, और बुनियादी ढांचे की योजनाएं प्राप्त करता है।

(e) बिजनेस और संस्थान
गूगल स्थानीय व्यवसायों और संस्थानों से उनके स्थान, काम के घंटे, और संपर्क जानकारी प्राप्त करता है।

(f) क्राउडसोर्सिंग
यूजर्स गूगल मैप्स पर नई जगहें जोड़ सकते हैं, गलत जानकारी को सुधार सकते हैं, और अपनी फीडबैक दे सकते हैं।

यह डेटा गूगल द्वारा सत्यापित और अपडेट किया जाता है।

  1. ट्रैफिक डेटा कैसे मिलता है?
    GPS डेटा: यूजर्स के स्मार्टफोन से उनकी लोकेशन और गति का डेटा मिलता है।

मोबाइल नेटवर्क डेटा: नेटवर्क ऑपरेटरों से भी ट्रैफिक की स्थिति के संकेत मिलते हैं।

एतिहासिक डेटा: गूगल पुराने ट्रैफिक पैटर्न का विश्लेषण करके जानकारी देताहै।

IoT डिवाइस: स्मार्ट ट्रैफिक लाइट और सेंसर से डेटा प्राप्त किया जाता है।