नई दिल्ली : देश की कनेक्टिविटी में भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण योगदान है। इसका एक विशाल नेटवर्क भारत में फैला हुआ है। इसी वजह से भारतीय रेलवे को राष्ट्र के जीवन रेखा की संज्ञा भी दी जाती है। किन्हीं और साधनों की तुलना में भारतीय रेलवे ज्यादा सुविधाजनक और किफायती यातायात का साधन है। इसी वजह से देश में हर रोज करोड़ों की संख्या में लोग भारतीय ट्रेनों में सफर करते हैं। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए भारतीय रेलवे हजारों ट्रेनों का संचालन कर रहा है। वहीं क्या आपको भारत के लंबे रेलवे रूट के बारे में पता है? अगर नहीं, तो आज इस खबर के माध्यम से हम आपको भारत के पांच सबसे लंबे रेलवे रूट के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं –
फिरोजपुर कैंट जंक्शन से रामेश्वरम
भारत का पांचवां सबसे लंबा रेलवे रूट फिरोजपुर कैंट जंक्शन से लेकर रामेश्वरम तक का है। इस रूट की कुल दूरी 3544 किलोमीटर है। इस रूट पर फिरोजपुर कैंट और रामेश्वरम एक्सप्रेस चलती है।
तिरुलेनवेली जंक्शन से माता वैष्णो देवी कटरा
भारत का चौथा सबसे लंबा रेलवे रूट तिरुलेनवेली जंक्शन से माता वैष्णो देवी कटरा का है। इस रूट की कुल लंबाई 3642 किलोमीटर है। इस रूट पर तिरुलेनवेली-जम्मू एक्सप्रेस ट्रेन चलती है।
कन्याकुमारी से माता वैष्णो देवी कटरा
वहीं बात अगर भारत के तीसरे सबसे लंबे रेलवे रूट की करें तो वह कन्याकुमारी से श्री माता वैष्णो देवी कटरा का रूट है। इस रूट की कुल लंबाई 3977.7 किलोमीटर है। इस रूट पर हिमसागर एक्सप्रेस ट्रेन चलती है।
सिलचर से तिरुवनंतपुरम
वहीं भारत का दूसरा सबसे लंबा रेलवे रूट सिलचर से तिरुवनंतपुरम का है। इसकी कुल लंबाई 3915 किलोमीटर की है। इस रूट पर तिरुवनंतपुरम सिलचर अरोनाई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन चलती है।
डिब्रुगढ़ से कन्याकुमारी
वहीं बात अगर भारत के सबसे लंबे रेलवे रूट की करें तो यह डिब्रुगढ़ से कन्याकुमारी तक का है। इसकी कुल लंबाई 4154.1 किलोमीटर है। इस रूट पर विवेक एक्सप्रेस ट्रेन चलती है।
