‘हाशिमोटो थायरॉयडिटिस’ से पीड़ित हैं अर्जुन कपूर, जानिए क्या है ये बीमारी और इसके शुरुआती लक्षण

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नई दिल्ली : अभिनेता अर्जुन कपूर को ‘हाशिमोटो थायरॉयडिटिस’ बीमारी से पीड़ित हैं। आइए आपको बताते हैं कैसी है ये बीमारी और क्या होते हैं इसके शुरुआती लक्षण।

अभिनेता अर्जुन कपूर ने अपनी फिल्म ‘सिंघम अंगने’ में विलेन डेंजर लंकेश के किरदार में नजर आ रहे हैं। इस किरदार के लिए अर्जुन को प्रशंसकों का प्यार मिल रहा है। फिल्म के प्रमोशन के दौरान अभिनेता ने कई इंटरव्यू दिए। इस दौरान उन्होंने अपनी जिंदगी को लेकर भी कुछ बातों के खुलासे किए। अर्जुन कपूर ने कहा कि एक समय आ गया था जब वो अकेलापन महसूस करते थे। अर्जुन कपूर ने इस बातचीत में अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर भी बात की। अभिनेता हाशिमोटो थायरॉयडिटिस नामक बीमारी से पीड़ित हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है ये बीमारी और अभिनेता कैसे हुए इस बीमारी के शिकार।

अर्जुन कपूर के झेलना पड़ा मानसिक तनाव
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ इंटरव्यू के दौरान अर्जुन कपूर ने कहा कि वे कई शारीरिक समस्याओं से गुजरे हैं। उन्होंने कहा, मैं दिल से एक मोटा बच्चा हूं, है न? इस बात ने कई सालों तक मुझे मानसिक तनाव दिया है। इससे न आप अपने खाने पर ध्यान दे पाते हैं और न ही अपनी देखभाल ठीक तरीके से कर पाते हैं। एक ऑटोइम्यून विकार के कारण भी अर्जुन कपूर को ये सब झेलना पड़ा।

इस बीमारी से जूझ रहे हैं अर्जुन कपूर
अर्जुन कपूर ने बताया कि उन्हें हाशिमोटो थायरॉयडिटिस नामक बीमारी है। इस बीमारी में आपके एंटीबॉडी आपके ही खिलाफ लड़ते हैं। ये वैसा ही है जैसे में एक फ्लाइट ले सकता हूं और अपना मेरा वजन बढ़ जाएगा क्योंकि इस दौरान शरीर का तनाव बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि ये बीमारी उनकी मां को भी थी और बहन को भी है।

आखिर क्या होती है ये बीमारी
दिल्ली वरिष्ठ सलाहकार और एंडोक्राइनोलॉजी डॉ. सप्तर्षि भट्टाचार्य ने इस बीमारी के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि यह एक ऑटोइम्यून विकार है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली थायरॉयड ग्रंथि पर हमला करती है, और उन्हें नुकसान पहुंचाती है। इससे हाइपोथायरायडिज्म होता है। हाशिमोटो थायरॉयडिटिस में शरीर का इम्यून सिस्टम एंटी बॉडी बनाता है, ये एंटी बॉडी थायराइड सेल को नष्ट करती हैं।

बीमारी का इलाज है संभव
डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी का पता लगने पर इसका इलाज संभव है। इससे अच्छा स्वास्थ्य बना रह सकता है। इसके लिए अपने स्वास्थ्य सलाहकार से सलाह लेकर ही खाने-पीने और रहन सहन का ध्यान रखना चाहिए।

ये हैं बीमारी के लक्षण
इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो ग्रसित होने वाले व्यक्ति को थकान महसूस होती है। इस बीमारी की शुरुआत में शरीर के वजन का बढ़ना, मांसपेशियों में कमजोरी, थायरॉयड बढ़ने गर्दन में सूजन जैसी परिस्थितियों का अनुभव होता है।