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बिहार से महाराष्ट्र और तमिलनाडु तक, जानें देशभर में कैसी रही छठ की छटा…

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बिहार : उदीयमान सूर्य यानी उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर छठ व्रती अपने 36 घंटे के निर्जला उपवास को पूरा किया। इसी के साथ आज चार दिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया। इससे पहले कल शाम में छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया था।

उगते सूरज को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया है। छठ घाटों पर देर रात से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल से महाराष्ट्र और बिहार तक देशभर में छठ की धूम थी। बता दें, भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की जाती है। छठ पूजा खास तौर पर संतान की कामना और लंबी उम्र के लिए की जाती है। आइए तस्वीरों में देखते हैं कहां-कैसी रही छठ की छटा….

रात के अंधेरे में छठ घाट सज गए थे दीयों की रोशनी से

रात के अंधेरे में छठ घाट दीयों की रोशनी से सज गए थे। उदीयमान सूर्य यानी उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर छठ व्रती अपने 36 घंटे के निर्जला उपवास को पूरा किया। इसी के साथ चार दिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया। इससे पहले कल शाम में छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया था। तस्वीर में देख सकते हैं कि किस तरह दिल्ली के गीता कॉलोनी के एक घाट पर छठ को लेकर दीयों से सजाया गया था।

बिहार के कई घाटों पर दिखा अलग उत्साह

बिहार की राजधानी पटना के बांस घाट, कच्ची तालाब, पंच शिव मंदिर तालाब, माणिक चंद तालाब समेत अन्य छठ घाटों पर लाखों की संख्या में छठ व्रती सूर्योदय होने के साथ ही भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए तैयार खड़े मिले। पटना समेत भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, गया, बेगूसराय, दरभंगा, मोतिहारी, छपरा, गोपालगंज, मधुबनी समेत अन्य जिलों में बने छठ घाटों पर व्रती आधी रात के बाद से ही इकट्ठा हो गए थे।

भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करते दिखे लोग

कई तालाबों में भी सुबह से ही लोगों का पहुंचना जारी रहा। लोग पहुंचते रहे और छठ घाटों पर प्रसाद के सूप और डालों को सजाकर लोग रखते गए। छठ व्रत करने वाले व्रती पानी में उतर कर भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करते दिखे और इस दौरान छठव्रती सूर्य की उपासना करते नजर आए।

छठ घाट को सजाया गया आकर्षक

छठ घाटों पर पूजा समितियों ने तालाबों को बेहतर ढंग से सजाया था। रंगीन बल्बों और झालरों से सजा तालाबों का छठ घाट आकर्षक नजर आ रहा था।

ओडिशा में उगते सूर्य को देख हर कोई हुआ खुश

ओडिशा के भुवनेश्वर में कुआखाई नदी के तट पर एक घाट पर भक्तों ने उगते सूर्य को ‘अर्घ्य’ दिया। सूर्य बहुत ही मनमोहक दिखाई दे रहा था। लोगों के चेहरों पर एक अलग ही खुशी देखी जा सकती है। वहीं तमिलनाडू में भी शानदार नजारा दिखा।

छठ व्रत के चौथे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद इस व्रत के पारण का विधान है। चार दिनों तक चलने वाले इस कठिन तप और व्रत के माध्यम से हर साधक अपने घर-परिवार और विशेष रूप से अपनी संतान की मंगलकामना करता है। भगवान भास्कर का अर्घ्य देने के बाद घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने व्रतियों से ठेकुआ का प्रसाद प्राप्त किया।

पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहा

छठ पूजा को लेकर पटना के बाजारों में भीड़ बढ़ी। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहा। वहीं, छठ पर्व के दिन पटना में यातायात रूट चेंज किया गया। इसकी जानकारी पुलिस ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर दी। कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तक हर राज्य में अलग ही उत्साह देखने को मिला। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘बड़ी संख्या में लोग मुंबई के जुहू चौपाटी पर भगवान सूर्य की पूजा करने आते हैं। मैं यहां उनके दर्शन करने आया हूं। मैं देश के सभी देशवासियों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देता हूं। भगवान सूर्य हमारी अनंत ऊर्जा के स्वामी हैं। मैं उनसे प्रार्थना करता हूं कि वह हमें अपने देश और महाराष्ट्र को आगे ले जाने के लिए ऊर्जा प्रदान करें।’

छठ व्रत का पारण कैसा करते हैं?

छठ महापर्व के आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन घाट पर पूजन किया जाता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दें। इसके बाद छठी माता को अर्पित किया गया प्रसाद सभी को बांटें। घाट पर पूजन करने के बाद अपने घर के बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लें। छठी माता को आप जो प्रसाद भेट करें फिर उस प्रसाद को सभी लोगों को बांट दें। इस बात का खास ख्याल रखें की व्रत का पारण करते हुए मसालेदार भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। व्रत का पारण के लिए आपको पूजा के दौरान चढ़ाए गए प्रसाद जैसे ठेकुआ मिठाई आदि से ही व्रत का पारण करना चाहिए।

विदेश में देखने को मिली छठ महापर्व की धूम

बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका ने छठ पूजा उत्सव मनाया। इसमें न्यूजर्सी में एक हजार से अधिक श्रद्धालु सूर्य देव को शाम का अर्घ्य देने के लिए एकत्रित हुए।