हिमालय : दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ माउंट एवरेस्ट है। यह समुद्र की सतह से 29,031.69 फीट ऊंचा है। अब इस पहाड़ को लेकर चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एवरेस्ट की ऊंचाई लगातार बढ़ती जा रही है। वैज्ञानिकों ने अध्ययन करके इसके पीछे की वजह का पता लगाया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, एवरेस्ट की ऊंचाई बढ़ने के पीछे एक विचित्र नदी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हिमालय में मौजूद एक नदी ने एवरेस्ट की ऊंचाई को 164 फीट बढ़ा दिया है।
नए अध्ययन के मुताबिक, यह नदी करीब 75 किलोमीटर लंबी है। करीब 89 हजार साल पहले इसका दूसरी नदी में संगम हुआ था। इनकी वजह से इरोजन हो रहा है यानी मिट्टी टूट-टूटकर गिर रही है। इसके कारण एक बड़ी गहरी घाटी बनी। इससे जमीन के बड़े टुकड़े का नुकसान हुआ और यह पहाड़ बना।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के पृथ्वी विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक एडम स्मिथ का कहना है कि एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। हिमालय में आमतौर पर ज्यादातर पहाड़ों की ऊंचाई में 164 से 328 फीट का अंतर है, लेकिन एवरेस्ट दूसरी सबसे ऊंची चोटी K2 से 820 फीट ऊंचा है। इसका मतलब कुछ हैरान करने वाला हो रहा है।
हर साल इस गति से बढ़ रहा एवरेस्ट
जीपीएस डेटा से जानकारी मिली है कि एवरेस्ट हर साल 2 मिलिमीटर की गति से ऊपर बढ़ रहा है। किसी भी पहाड़ के ऊपर बढ़ने की गति से यह अधिक है। इसके कारण एडम स्मिथ और उनकी टीम ने हिमालय की नदियों का अध्ययन शुरू किया है।
कौन नदी है एवरेस्ट के बढ़ने की वजह
स्मिथ ने बताया कि एवरेस्ट के पास अरुण नदी है, जो L के आकार में बहती है। अधिक नदियां किसी पेड़ की तरह होती है, जिनकी मोटी शाखा होती है। यह कई शाखाओं में बंट जाती हैं, लेकिन अरुण नदी पूर्व से पश्चिम की तरफ बहती है। इसके बाद 90 डिग्री घूम कर हिमालय में दक्षिण की तरफ चली जाती है।
अरुण का कोसी नदी में संगम हुआ है और नदी ने अपना स्वरूप बदला है। हाल ही में नेचर जियोसाइंस में यह स्टडी प्रकाशित हुई है। वैज्ञानिकों ने इस नदी को समझने के लिए कोसी नदी के नेटवर्क को समझा। यह नदी चीन, नेपाल और भारत में बहती है, जिसने अरुण नदी को पकड़ रखा है।