18वीं किस्त जारी होने के बाद इन किसानों को होना पड़ सकता है निराश, जानें वजह

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नई दिल्ली : देश के किसानों को कई तरह के आर्थिक लाभ देने के लिए राज्य और भारत सरकार दोनों ही अपने-अपने स्तर पर कई तरह की योजनाएं चलाते हैं। इन योजनाओं के जरिए किसानों को खेती करने में मदद की जाती है। जैसे- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। दरअसल, इस योजना को भारत सरकार चलाती है जिसके तहत आपको हर चार महीने में 2-2 हजार रुपये की किस्त दी जाती है यानी सालाना आपको कुल 6 हजार रुपये का लाभ दिया जाता है। इसी क्रम में अब अगली बारी 18वीं किस्त की है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई किसान ऐसे हो सकते हैं जिन्हें वंचित रहना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…

इन किसानों के हाथ लग सकती है निराशा:-

नंबर 1
पीएम किसान योजना के अंतर्गत पहले वे किसान निराश हो सकते हैं जो अपने ई-केवाईसी के काम को पूरा नहीं करवाएंगे। ऐसे किसान किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं क्योंकि विभाग की तरफ से पहले ही साफ कर दिया गया था कि किस्त का लाभ लेने के लिए आपको ये काम करवाना जरूरी है।

अगर आपने अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है तो आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर जाकर इस काम को करवा सकते हैं
आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर भी इस काम को करवा सकते हैं।

नंबर 2
किस्त के लाभ से वे किसान भी वंचित रह सकते हैं जिन्होंने भू-सत्यापन नहीं करवाया है और आगे भी नहीं करवाएंगे। नियमों के तहत जो भी किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ता है उसे ये काम करवाना होता है। ऐसे में जिन किसानों का ये काम अधूरा रह जाएगा, उन्हें किस्त के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है।

ये भी हैं कुछ काम:-
अगर आप चाहते हैं कि आपको निराश न होना पड़े तो आपको ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके द्वारा भरा गया आवेदन फॉर्म सही है और इसमें किसी तरह की गलती नहीं है

आपके द्वारा जो बैंक खाते की जानकारी दी गई है, वो भी सही है क्योंकि गलत होने पर आप किस्त के लाभ से वंचित रह जाएंगे

आपका आधार कार्ड भी बैंक खाते से लिंक होना जरूरी है।