मध्यप्रदेश में : मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और रोजगार व उद्योग को बढ़ावा देने के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, सोयाबीन की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह से नॉर्थ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और प्रदेश में सहकारिता के माध्यम से हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सहकारिता के क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। हाल ही में राज्य सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के माध्यम से अगले पांच वर्षों के लिए दुग्ध संघों के प्रबंधन और संचालन का समझौता किया है। इस समझौते से 11,000 गांवों के पशुपालकों और दुग्ध-उत्पादक किसानों की आय में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 11,000 गांवों में बहुउद्देशीय सहकारी संस्थाओं का गठन किया जाएगा, जिससे सहकारिता के क्षेत्र को और मजबूत किया जा सके। अमित शाह ने इस कदम की सराहना करते हुए इसे प्रदेश भर में लागू करने का सुझाव दिया और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले से न केवल दुग्ध उत्पादक किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि खाद्य प्र-संस्करण और कृषि आधारित उद्योगों को भी फायदा मिलेगा। किसानों को कच्चे माल से लेकर उनके उत्पादों पर पूरी भागीदारी का अवसर मिलेगा।
सोयाबीन एमएसपी के लिए आभार
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और रोजगार व उद्योग को बढ़ावा देने के प्रयासों के बारे में भी अवगत कराया। इसके अलावा, सोयाबीन की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। बता दें, राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र ने स्वीकृति दे दी है। अब प्रदेश के किसान भी सोयाबीन की फसल को 4892 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी दर पर बेच सकेंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री से भी की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भी सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री ने उनहें प्रदेश में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की जानकारी देने के साथ ही ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश में निवेश, उद्योग और व्यापार के संबंध में चर्चा हुई।