नई दिल्ली : नमक और चीनी दोनों की अधिकता को सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। ज्यादा चीनी खाने से मोटापा बढ़ने और डायबिटीज जैसी समस्याओं का खतरा रहता है, वहीं नमक की अधिकता ब्लड प्रेशर बढ़ाने के साथ हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि नमक खाना क्यों जरूरी है और इसकी अधिकता शरीर को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकती है?
आहार विशेषज्ञ बताते हैं, नमक में सोडियम नाम का घटक होता है, जो शरीर में द्रव के संतुलन को बनाए रखने और मांसपेशियों-तंत्रिकाओं को कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए बहुत आवश्यक है। आहार में सोडियम की कमी होने के कारण ब्लड प्रेशर लो होने, संतुलन से संबंधित समस्याओं के बढ़ने के साथ कई अन्य प्रकार की दीर्घकालिक बीमारियों का भी जोखिम हो सकता है।
यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ आहार में सोडियम की मात्रा संतुलित रखने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि हमारे शरीर को कितनी मात्रा में सोडियम की जरूरत होती है?
सोडियम भी है जरूरी
आहार विशेषज्ञ कहते हैं, व्यक्ति की सेहत के आधार पर उसके लिए सोडियम की आवश्यकताओं में अंतर हो सकता है। ज्यादातर लोगों के लिए दिन में 2300 मिलीग्राम की मात्रा में सोडियम को पर्याप्त माना जाता है, वहीं जिन लोगों को ब्लड प्रेशर या हृदय रोगों की समस्या होती है उनके लिए विशेषज्ञों ने 1500 मिलीग्राम की मात्रा निर्धारित की है। यानी दिन में एक चम्मच नमक का सेवन पर्याप्त है।
नमक की दैनिक मात्रा का मतलब सिर्फ भोजन में शामिल नमक से ही नहीं है बल्कि चिप्स, नमकीन और अन्य चीजों में भी नमक की मात्रा होती है, इसके सेवन को भी कंट्रोल किया जाना चाहिए।
नमक से बिल्कुल दूरी बनाना ठीक नहीं
माना जाता है कि अगर आप नमक खाते हैं तो इसके कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, इससे बचने के लिए ज्यादातर लोग नमक से बिल्कुल दूरी बना लेते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि ऐसा करके आप बड़ी समस्याएं मोल ले सकते हैं? अगर आप नमक की मात्रा बिल्कुल कम कर देते हैं तो इससे लो सोडियम की शिकायत हो सकती है, जिसके कारण मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन, खड़े होने पर चक्कर आने, ऊर्जा में कमी-थकान जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
ज्यादा नमक खाने से भी बचें
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं निर्धारित मात्रा से अधिक सोडियम के भी कई नुकसान हो सकते हैं। सामान्य से अधिक मात्रा में सोडियम के कारण न सिर्फ ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है साथ ही ये हाइपरनेट्रेमिया का जोखिम भी बढ़ा सकती है। हाइपरनेट्रेमिया के गंभीर लक्षणों में मस्तिष्क की शिथिलता बढ़ने, भ्रम, दौरे पड़ने कोमा तक का खतरा हो सकता है। अध्ययनों में पाया गया है कि जो लोग अधिक मात्रा में नमक खाते हैं उनमें हार्ट अटैक जैसी जानलेवा समस्याओं का जोखिम भी अधिक हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि 49 देशों की 22 फीसदी से अधिक आबादी सामान्य से अधिक मात्रा में नमक खा रही है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नमक के सेवन को कम करना जरूरी है। इसके अलावा दिनभर में भरपूर मात्रा में पानी पीते रहने से भी नमक की अतिरिक्त मात्रा को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। अधिक नमक के कारण होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए आहार में फाइबर वाली चीजों की मात्रा को बढ़ाने की भी सलाह दी जाती है।