नई दिल्ली : पुलिस ने आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये सीज किए हैं। पुलिस को अब तक 151 शिकायतें मिली हैं। आइए जरा समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर HiBox एप है क्या और इसके जाले में लोग फंसे कैसे?
HiBox एप स्कैम के मामले में दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशन यूनिट ने यूट्यूबर्स व सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अभिषेक मल्हान, एल्विश यादव, लक्ष्य चौधरी, पूरव झा और कॉमेडियन भारती सिंह को नोटिस भेजा है। HiBox एप में निवेश के नाम पर गारंटीड रिटर्न देने के बहाने लगभग 30,000 लोगों को ठगने और 1,000 करोड़ की घोखाधड़ी का आरोप है। भारत में गिरोह के मुख्य आरोपी जे. शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी न्यू वॉशरमेनपेट, चेन्नई का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये सीज किए हैं। पुलिस को अब तक 151 शिकायतें मिली हैं। आइए जरा समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर HiBox एप है क्या और इसके जाले में लोग फंसे कैसे?
सबसे पहले आपको बता दें कि लोगों को नोटिस मिलने के बाद HiBox एप को गूगल प्ले-स्टोर से हटा दिया गया है लेकिन वेबसाइट अभी भी लाइव है। इस एप की टैगलाइन Resell & Earn है। HIBOX के लिए India’s Largest Mystery Box Platform – Win, Resell, Refer & Earn! टैगलाइन का भी इस्तेमाल किया गया है। इस एप के जरिए 11 लाख रुपये तक जीतने का दावा है।
दरअसल इस एप के जरिए लोगों को यह भरोसा दिया गया है कि आप इस बॉक्स में किसी सामान को रखकर उसे अपनी कीमत पर बेच सकते हैं और मोटी कमाई कर सकते हैं। तकनीकी तौर पर तो यह एक ई-कॉमर्स एप था लेकिन इसकी आड़ में बड़ा खेल चल रहा था।
प्रत्येक बिक्री के साथ एक मिस्ट्री बॉक्स खुलेगा जिसमें आपको कुछ भी मिल सकता है और यदि बॉक्स नहीं खुला तो आपके पैसे वापस। किसी को रेफर करने पर भी इसमें अवार्ड मिलते थे। इसमें 300 रुपये खर्च करके मिस्ट्री बॉक्स को खरीदा जा सकता था। इस 300 रुपये वाले बॉक्स के लाखों रुपये के सामान हो सकते थे और इसी चक्कर में लोग बॉक्स खरीदते थे। इस एप को लेकर कई लोगों ने यूट्यूब पर वीडियो अपलोड किए थे जिन्हें अब डिलीट कर दिया गया है।